उमरियापान पुलिस की सराहनीय कार्यवाही:गुम हुई 16 वर्षीय बालिका 48 घंटे में बरामद।
सिहोरा से सकुशल मिली बालिका,पुलिस की तत्परता से परिजनों के चेहरे खिले।
उमरियापान,ग्रामीण खबर MP।
दिनांक 19.09.25 को थाना उमरियापान में एक प्रार्थी द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी कि उसकी 16 वर्षीय बालिका जो प्रतिदिन की तरह घर से स्कूल जाने के लिए निकली थी, लेकिन उस दिन शाम तक घर नहीं लौटी। परिजनों द्वारा काफी खोजबीन करने के बाद भी जब उसका कोई पता नहीं चला तो थक-हारकर उन्होंने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई। घटना की गंभीरता को देखते हुए तत्काल थाना उमरियापान में अप.क्रं. 336/25 धारा 137(2) बी.एन.एस. के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर विवेचना प्रारंभ की गई।
मामले की सूचना पर पुलिस अधीक्षक कटनी अभिनय विश्वकर्मा ने विशेष ध्यान दिया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष डेहरिया एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस स्लीमनाबाद आकांक्षा चतुर्वेदी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी उमरियापान उपनिरीक्षक दिनेश तिवारी के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। इस टीम को बालिका की तलाश और सुरक्षित बरामदगी का दायित्व सौंपा गया।
पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गुमशुदा/अपहृत बालिका की तलाश हेतु सभी संभावित स्थानों पर दबिश दी और लगातार सूचनाएं एकत्रित कीं। मानवीय सूत्रों एवं मुखबिरों से प्राप्त जानकारी के आधार पर पुलिस को पता चला कि बालिका सिहोरा क्षेत्र में देखी गई है। सूचना की पुष्टि होते ही पुलिस ने परिजनों को साथ लेकर सिहोरा पहुंचकर गहन खोजबीन की और आखिरकार बालिका को सकुशल दस्तयाब कर लिया।
बालिका को परिजनों के सुपुर्द किया गया। बेटी के सुरक्षित लौटने पर परिवारजनों की आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े और उनके चेहरे खुशी से खिल उठे। परिजनों ने पुलिस प्रशासन का आभार जताते हुए कहा कि पुलिस ने जिस तत्परता और संवेदनशीलता के साथ काम किया है, वह वास्तव में प्रशंसनीय है।
इस पूरे अभियान में थाना प्रभारी उपनिरीक्षक दिनेश तिवारी की नेतृत्व क्षमता और टीम भावना की अहम भूमिका रही। साथ ही सहायक उपनिरीक्षक कोदूलाल दाहिया, प्रधान आरक्षक अजय सिंह, प्रधान आरक्षक आशीष मेहरा, प्रधान आरक्षक अजय तिवारी, प्रधान आरक्षक मुकेश सिंह, आरक्षक योगेश पटेल, आरक्षक नीलेश पटेल, आरक्षक जगन्नाथ सिंह सहित थाना स्टाफ के सभी सदस्यों ने सक्रिय सहयोग दिया।
पुलिस की इस त्वरित और सफल कार्यवाही ने न केवल एक परिवार को राहत पहुंचाई बल्कि आमजन के बीच भी यह संदेश दिया कि गुमशुदा अथवा अपहृत बच्चों की तलाश में पुलिस पूरी तत्परता और गंभीरता से काम करती है। ग्रामीणों का कहना है कि इस घटना से पुलिस पर विश्वास और अधिक मजबूत हुआ है।
उमरियापान पुलिस की इस कार्यवाही ने यह साबित कर दिया कि यदि घटनाओं पर समय रहते ध्यान दिया जाए और संगठित तरीके से प्रयास किया जाए तो किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है। पुलिस बल का यह कदम समाज के लिए प्रेरणादायी उदाहरण है।
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