सिहोरा की दो दिन की बच्ची को मिला नया जीवन,विधायक संतोष वरकड़े की तत्परता और मानवीय पहल से एयर एंबुलेंस से पहुँची मुंबई।
गरीब परिवार की नन्ही जान के इलाज के लिए विधायक की संवेदनशील पहल,प्रधानमंत्री जनकल्याणकारी योजना से मिली सहायता,मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में हुई पूरी प्रक्रिया।
सिहोरा,ग्रामीण खबर MP।
मानवता और जनसेवा की मिसाल उस समय देखने को मिली जब सिहोरा विधानसभा के लोकप्रिय एवं संवेदनशील विधायक संतोष वरकड़े ने क्षेत्र की एक दो दिन की नवजात बच्ची को नया जीवन देने का कार्य किया। बच्ची के जन्म के बाद उसके हृदय में छेद होने की जानकारी मिलते ही विधायक वरकड़े ने तुरंत संज्ञान लिया और बिना किसी औपचारिक देरी के पूरे प्रशासनिक तंत्र को सक्रिय कर दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनकल्याणकारी योजना के अंतर्गत तत्काल सहायता उपलब्ध कराई ताकि बच्ची को उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा मिल सके।
विधायक की मानवीय संवेदनशीलता और तत्परता का परिणाम यह हुआ कि बच्ची को मुंबई के प्रतिष्ठित नारायण अस्पताल में हृदय उपचार के लिए भेजा गया। गुरुवार दोपहर 12 बजे जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट से एयर एंबुलेंस के माध्यम से बच्ची अपने परिजनों के साथ मुंबई रवाना हुई। इस दौरान विधायक संतोष वरकड़े स्वयं एयरपोर्ट पर मौजूद रहे और उन्होंने पूरी प्रक्रिया की बारीकी से निगरानी की।
इस घटना में सबसे उल्लेखनीय यह रहा कि बुधवार को अवकाश का दिन होने के बावजूद प्रशासनिक टीम ने विधायक के निर्देश पर सभी आवश्यक दस्तावेजों की प्रक्रिया पूरी की। किसी भी प्रकार की देरी न हो, इसके लिए अधिकारी दिनभर तत्परता से कार्य करते रहे। विधायक की सक्रिय पहल और प्रशासनिक सहयोग से यह सुनिश्चित किया गया कि बच्ची का जीवन बचाने में कोई विलंब न हो।
विधायक संतोष वरकड़े ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की जनकल्याणकारी और संवेदनशील नीतियों का ही परिणाम है कि आज प्रदेश में गरीब परिवारों के बच्चों को भी अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएँ बिना किसी आर्थिक बोझ के उपलब्ध हो रही हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री मोहन यादव के मार्गदर्शन में पूरी प्रक्रिया को प्राथमिकता दी गई और राज्य सरकार के सहयोग से यह मानवता से जुड़ा कार्य सफल हो सका।
सिहोरा क्षेत्र के नागरिकों, कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों ने विधायक संतोष वरकड़े के इस मानवीय प्रयास की हृदय से प्रशंसा की। लोगों का कहना है कि यह केवल एक चिकित्सा सहायता नहीं, बल्कि संवेदना और सेवा की उस भावना का प्रतीक है जो एक सच्चे जनसेवक को परिभाषित करती है। उन्होंने कहा कि इस घटना ने सिहोरा विधानसभा के लोगों के मन में यह विश्वास और गहरा कर दिया है कि उनका जनप्रतिनिधि हर सुख-दुःख में उनके साथ खड़ा है।
स्थानीय निवासियों का यह भी कहना है कि विधायक की इस तत्परता ने यह सिद्ध किया है कि यदि जनप्रतिनिधि जनता की समस्याओं को अपनी जिम्मेदारी समझकर कदम उठाए, तो कोई भी कठिन परिस्थिति असंभव नहीं रहती। प्रशासनिक अमला और जनसेवक का ऐसा समन्वय ही वास्तविक सुशासन की पहचान है।
यह घटना केवल एक मासूम बच्ची के जीवन से जुड़ी नहीं है, बल्कि यह उदाहरण पूरे प्रदेश में उस संवेदनशील शासन व्यवस्था की झलक भी प्रस्तुत करती है जिसमें गरीब, पीड़ित और असहाय लोगों के हित सर्वोपरि हैं। विधायक संतोष वरकड़े का यह कदम न केवल मानवता की सेवा का प्रतीक है, बल्कि आने वाले समय में जनप्रतिनिधियों के लिए प्रेरणास्रोत भी बनेगा।
जनसेवा की इस मिसाल ने पूरे सिहोरा क्षेत्र को गर्व से भर दिया है। जब एक प्रतिनिधि जनता की पीड़ा को अपने परिवार की पीड़ा समझता है, तब ऐसे ही कार्य जन्म लेते हैं जो समाज में उम्मीद, संवेदना और जीवन का नया संदेश देते हैं। विधायक संतोष वरकड़े का यह प्रयास न केवल एक नन्ही जान को जीवन देने वाला कार्य है, बल्कि यह सिहोरा की जनता के दिलों में जनसेवा के प्रति अटूट विश्वास का प्रतीक भी बन गया है।
ग्रामीण खबर MP-
जनमानस की निष्पक्ष आवाज
सिहोरा रिपोर्टर-विनय उपाध्याय







