जैविक खेती में आत्मनिर्भरता की ओर कदम:3406 विद्यार्थियों ने लिया प्रशिक्षण।

 जैविक खेती में आत्मनिर्भरता की ओर कदम:3406 विद्यार्थियों ने लिया प्रशिक्षण।

नई शिक्षा नीति के अंतर्गत व्यावसायिक शिक्षा में जैविक खेती विषय को छात्रों का बढ़ता रुझान।

कटनी,ग्रामीण खबर mp:

मध्य प्रदेश शासन के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा लागू की गई नई शिक्षा नीति के अंतर्गत विद्यार्थियों को व्यावसायिक शिक्षा से जोड़ते हुए जैविक खेती जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में प्रशिक्षित किया जा रहा है। इस दिशा में जिले के विभिन्न शासकीय महाविद्यालयों और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में जैविक खेती प्रोजेक्ट विषय के लिए कुल 3406 छात्र-छात्राओं ने शिक्षा सत्र 2024-25 में पंजीयन कराया और प्रशिक्षण प्राप्त किया है।

इसमें 3175 विद्यार्थी जिले के अलग-अलग शासकीय महाविद्यालयों से तथा 231 विद्यार्थी शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों से जुड़े हैं। यह पहल आत्मनिर्भर भारत अभियान के अनुरूप युवाओं को स्वावलंबी एवं स्वरोजगार की दिशा में तैयार करने के लिए की जा रही है। विद्यार्थियों को जैविक खेती के सैद्धांतिक ज्ञान के साथ-साथ प्रायोगिक प्रशिक्षण भी प्रदान किया जा रहा है, जिससे वे इस क्षेत्र में व्यवहारिक दक्षता प्राप्त कर सकें।

प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस, शासकीय तिलक स्नातकोत्तर महाविद्यालय कटनी में 1004 विद्यार्थी, शासकीय महाविद्यालय विजयराघवगढ़ में 301, स्वामी विवेकानंद शासकीय महाविद्यालय स्लीमनाबाद में 510, वीरांगना रानी दुर्गावती शासकीय महाविद्यालय बहोरीबंद में 905, शासकीय महाविद्यालय सिलौंडी में 105 तथा शासकीय कन्या महाविद्यालय कटनी में 350 विद्यार्थियों ने इस प्रोजेक्ट के लिए पंजीयन कराया।

उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों की बात करें तो शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय निवार (विकासखंड कटनी) से 80, शासकीय आरके गौतम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मुरवारी (विकासखंड ढीमरखेड़ा) से 46 एवं शासकीय देव प्रभाकर शास्त्री शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गुरुजी कला (विकासखंड रीठी) से 105 छात्र-छात्राओं ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। यह विद्यार्थियों की कृषि क्षेत्र में बढ़ती रुचि और जागरूकता का प्रतीक है।

प्रशिक्षण के दौरान विद्यार्थियों को जैविक खेती के पाठ्यक्रम के आधार पर कृषि विशेषज्ञ रामसुख दुबे द्वारा सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक दोनों प्रकार का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य युवाओं को जैविक कृषि की वैज्ञानिक विधियों से अवगत कराना, रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता कम करना, और उन्हें कृषि आधारित स्वरोजगार की दिशा में अग्रसर करना है।

इस पहल से न केवल विद्यार्थियों में जैविक खेती के प्रति समझ और रुचि बढ़ी है, बल्कि उन्हें ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में सहभागी बनने का अवसर भी मिला है। इस प्रकार, नई शिक्षा नीति के अंतर्गत व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में जैविक खेती को समर्पित यह प्रयास जिले के लिए एक सकारात्मक संकेत है।


प्रधान संपादक:अज्जू सोनी,ग्रामीण खबर mp
संपर्क सूत्र:9977110734

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