कोतमा से मैहर जा रही सेठानी मां शैलपुत्री पदयात्रा बरही पहुंची,विजयनाथधाम भोले भक्त मंडली ने किया भव्य स्वागत।
300 किलोमीटर लंबी पदयात्रा में हजारों श्रद्धालु शामिल, विधायक संजय सत्येन्द्र पाठक के मार्गदर्शन में बरही नगर में हुआ जलपान, फल वितरण और पुष्प वर्षा के साथ भव्य स्वागत।
बरही,ग्रामीण खबर MP।
मां शारदा धाम मैहर की ओर अग्रसर कोतमा से निकली सेठानी मां शैलपुत्री की 300 किलोमीटर लंबी ऐतिहासिक पदयात्रा बुधवार को भक्ति भाव से ओतप्रोत बरही नगर पहुंची। यात्रा में शामिल हजारों श्रद्धालु हाथों में भगवा झंडे, डमरू और शंख लेकर हर-हर महादेव व जय शारदा माता के उद्घोष लगाते आगे बढ़ते रहे। नगर की गलियों और मार्गों पर भक्तिमय वातावरण का अद्भुत दृश्य देखने को मिला।
बरही नगर में पदयात्रियों के स्वागत की भव्य तैयारियां पहले से ही की गई थीं। क्षेत्रीय विधायक माननीय संजय सत्येन्द्र पाठक के मार्गदर्शन में नगरवासियों और सामाजिक संगठनों ने भक्तों का आत्मीय स्वागत किया। नगर के प्रमुख मार्गों पर फूलों की वर्षा की गई, तो कई स्थानों पर स्वागत द्वार और तोरण द्वार सजाए गए थे।
भगवान विजयनाथधाम भोले भक्त मंडली की ओर से पदयात्रियों के लिए जलपान, फल वितरण और ठंडे पेयजल की विशेष व्यवस्था की गई। मंडली के सदस्यों ने स्वयं श्रद्धालुओं को भोजन परोसा और पूरे श्रद्धाभाव से उनकी सेवा की। मंडली द्वारा भोग, पोहा, फल और नींबू जल की व्यवस्था की गई, जिससे लम्बी दूरी तय कर रहे यात्रियों को राहत मिली।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से पी.डी. ताम्रकार, लखन परमार, नीरज गुप्ता, आशीष गुप्ता, रज्जन मिश्रा, कैलाश कचेर, अमर नारायण सोनी, पुष्पेंद्र ताम्रकार, प्रेमस्वरूप मिश्रा, विनोद गुप्ता एवं राजेंद्र गुप्ता ने मिलकर व्यवस्था का जिम्मा संभाला। इनके साथ अनेक स्थानीय युवाओं और महिला मंडलों ने भी सक्रिय सहयोग दिया।
बरही नगर में यात्रा के प्रवेश के साथ ही वातावरण हर-हर महादेव, जय शारदा माता और सेठानी मां शैलपुत्री के जयघोष से गूंज उठा। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी श्रद्धालुओं में उत्साह और भक्ति का संचार देखा गया। महिलाओं ने आरती उतारी और कई भक्तों ने मां शारदा के गीतों पर नृत्य कर भक्ति रस में डूबने का अवसर प्राप्त किया।
श्रद्धालुओं का कहना था कि यह पदयात्रा केवल धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि एक आध्यात्मिक और सामाजिक एकता का प्रतीक है। यात्रा का उद्देश्य मां शारदा और भोलेनाथ से समाज में शांति, समृद्धि और सद्भावना की प्रार्थना करना है। यह यात्रा अनूपपुर जिले के कोतमा से प्रारंभ होकर मैहर मां शारदा मंदिर तक पहुंचेगी।
बरही में स्थानीय नागरिकों ने श्रद्धालुओं को अपने घरों में आमंत्रित कर विश्राम और पेयजल की व्यवस्था की। अनेक स्थानों पर भजन संध्याएं और भक्ति गीतों का आयोजन किया गया। नगर पंचायत और पुलिस प्रशासन ने भी इस दौरान अनुशासन और सुरक्षा व्यवस्था में सक्रिय भूमिका निभाई।
बरहीवासियों के अनुसार ऐसी भक्ति भावना और समर्पण का दृश्य वर्षों बाद देखने को मिला। यात्रा जब नगर के मुख्य मार्गों से गुजरी तो लोग सड़कों के दोनों ओर खड़े होकर श्रद्धालुओं पर फूल बरसाते रहे। धार्मिक आस्था और सेवा भावना का यह संगम बरही के इतिहास में अविस्मरणीय बन गया।
यह पदयात्रा अब आगे सतना जिले के मार्गों से होती हुई मैहर धाम पहुंचेगी, जहां मां शारदा के पावन दर्शन और पूजन के साथ यह दिव्य यात्रा संपन्न होगी। यात्रियों ने कहा कि मैहर पहुंचकर वे अपने संकल्प को पूर्ण करेंगे और मां शारदा से संपूर्ण समाज के कल्याण की कामना करेंगे।
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