विधानसभा में विधायक संजय पाठक ने उठाए किसानों,छात्रों व ग्रामीणों से जुड़े गंभीर मुद्दे।
बरही महाविद्यालय में स्थाई पद सृजन, खाद वितरण में गड़बड़ी और अधूरी जल योजनाओं पर जताई चिंता।
कटनी,ग्रामीण खबर MP:
विधानसभा के मानसून सत्र में विजयराघवगढ़ विधायक संजय पाठक ने जनहित से जुड़े कई अत्यंत महत्वपूर्ण मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाया, जो जिले के किसानों, विद्यार्थियों तथा ग्रामीण जनता के लिए प्रत्यक्ष रूप से जीवन को प्रभावित करने वाले विषय हैं। उन्होंने उच्च शिक्षा, कृषि इनपुट की उपलब्धता और जल जीवन मिशन जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं की जमीनी स्थिति को सदन के सामने रखा और संबंधित मंत्रियों से त्वरित समाधान की मांग की।
विधायक संजय पाठक ने सबसे पहले बरही महाविद्यालय में स्थाई शिक्षकों की नियुक्ति का विषय उठाते हुए यह बताया कि वर्ष 2018–19 से राजनीति शास्त्र, भूगोल, हिंदी, अंग्रेज़ी और अर्थशास्त्र विषयों की कक्षाएं संचालित हो रही हैं, परंतु आज तक इन विषयों के लिए एक भी स्थाई प्रोफेसर की नियुक्ति नहीं हुई है। महाविद्यालय में वर्तमान में मात्र तीन स्थाई शिक्षक हैं और शेष पूरा कार्य केवल अतिथि शिक्षकों के माध्यम से कराया जा रहा है, जिससे न केवल अध्ययन-अध्यापन की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है बल्कि विद्यार्थियों के भविष्य पर भी प्रश्नचिन्ह लग रहा है। उन्होंने यह मांग उठाई कि शासन शीघ्र अतिशीघ्र स्थाई पद सृजित कर इन विषयों के लिए स्थाई प्रोफेसर नियुक्त करे, ताकि ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय एवं नियमित शिक्षा सुलभ हो सके।
इसके बाद उन्होंने जिले के किसानों की खाद संकट की ओर सरकार का ध्यान आकृष्ट करते हुए बताया कि राज्य सरकार की घोषित नीति के अनुसार पहले सहकारी समितियों को खाद का आवंटन किया जाना चाहिए, ताकि किसान निर्धारित दरों पर डीएपी, यूरिया, ग्रोमोर व सुपर फास्फेट खाद प्राप्त कर सकें। लेकिन कटनी जिले में इस नियम की पूरी तरह अनदेखी करते हुए पहले निजी व्यापारियों को खाद का आवंटन कर दिया गया, जिसके चलते किसानों को खुले बाजार से महंगे दामों पर खाद खरीदने को मजबूर होना पड़ा। इस अनियमितता का परिणाम यह हुआ कि पहले से आर्थिक तंगी झेल रहे किसानों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ गया। विधायक संजय पाठक ने इस गड़बड़ी के लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों और खाद कंपनियों की भूमिका की जांच की मांग करते हुए सरकार से यह सुनिश्चित करने की अपील की कि भविष्य में ऐसी कोई स्थिति न बने। इस मुद्दे को समर्थन देते हुए मुड़वारा विधायक संदीप जायसवाल ने भी शासन से जवाब व समाधान की अपेक्षा जताई।
विधायक संजय पाठक ने तीसरे विषय के रूप में अपने निर्वाचन क्षेत्र विजयराघवगढ़ के 55 ग्राम पंचायतों में अधूरी पड़ी जल योजनाओं का मुद्दा उठाया। उन्होंने जल जीवन मिशन एवं जल निगम द्वारा संचालित इंदवार पेयजल योजना तथा कर्णपुरा योजना की धीमी प्रगति, गुणवत्ता में कमी, तथा जनता को हो रही परेशानी को लेकर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने बताया कि इन योजनाओं के अंतर्गत पाइपलाइन बिछाने का कार्य अपूर्ण है, कई स्थानों पर निर्माणाधीन पानी की टंकियां वर्षों से अधूरी पड़ी हैं, और जहां पाइपलाइन बिछाई गई, वहां खुदाई के बाद बनी सीसी सड़कों की मरम्मत नहीं की गई जिससे आमजन को आवागमन में असुविधा हो रही है।
उन्होंने सदन में प्रश्न के माध्यम से संबंधित मंत्री से जानकारी चाही कि इन योजनाओं को पूर्ण करने की क्या समयसीमा है और दोषपूर्ण निर्माण कार्यों पर क्या कार्रवाई की गई है। जवाब में विभागीय मंत्री श्रीमती अनसुईया उईके ने आश्वासन दिया कि वर्ष 2025 के भीतर इंदवार एवं कर्णपुरा जल योजनाओं के शेष बचे हुए कार्य पूर्ण कर लिए जाएंगे तथा जहां-जहां सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं वहां समय पर मरम्मत कार्य भी कराया जाएगा।
विधानसभा में विधायक संजय पाठक द्वारा उठाए गए मुद्दे यह स्पष्ट करते हैं कि वे केवल अपने क्षेत्र की समस्याओं से परिचित नहीं हैं, बल्कि उन समस्याओं को मंच पर रखने और समाधान की दिशा में पहल करने में भी अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। उनके प्रयासों की सराहना क्षेत्र के आम नागरिकों द्वारा की जा रही है, और यह अपेक्षा की जा रही है कि शासन उनकी बातों को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र आवश्यक कदम उठाएगा।
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