विधायक ने उठाई करौदी केंद्र विन्दु के जीर्णोद्धार की मांग,मुख्यमंत्री को सौंपा पत्र।
बड़वारा विधायक धीरेन्द्र सिंह ने विधानसभा में उठाया मुद्दा, भाजपा नेता योगेंद्र ठाकुर ने दी जानकारी।
ढीमरखेड़ा,ग्रामीण खबर MP:
कटनी जिले की बड़वारा विधानसभा से विधायक धीरेन्द्र बहादुर सिंह ने एक बार फिर अपने क्षेत्र की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को पुनर्जीवित करने की पहल की है। मानसून सत्र के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से व्यक्तिगत भेंट कर उन्होंने ग्रामपंचायत बम्हनी अंतर्गत स्थित ग्राम करौदी के भारत के भौगोलिक केंद्र विन्दु (सेंटर पॉइंट) के जीर्णोद्धार हेतु एक मांग पत्र सौंपा है। विधायक श्री सिंह ने इस विषय को न केवल विधानसभा में गंभीरता से उठाया बल्कि मुख्यमंत्री से भी आग्रह किया कि करौदी जैसे ऐतिहासिक स्थल को उपेक्षा के गर्त से निकाल कर पुनः राष्ट्रीय मानचित्र पर प्रतिष्ठित किया जाए।
भाजपा नेता योगेंद्र सिंह ठाकुर ने ग्रामीण खबर MP को जानकारी देते हुए बताया कि विधायक धीरेन्द्र बहादुर सिंह लंबे समय से इस मुद्दे को लेकर प्रयासरत हैं। उन्होंने बताया कि करौदी गांव, जो कि भारत के मध्य भाग के रूप में मान्य है, वर्तमान में उपेक्षा और अनदेखी का शिकार हो चुका है। यह केवल बड़वारा विधानसभा नहीं बल्कि समस्त देश के लिए गौरव का स्थल होना चाहिए। परंतु विडंबना यह है कि दशकों से यह स्मारक बिना देखरेख के जीर्णशीर्ण अवस्था में पड़ा है।
विधायक श्री सिंह ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि वर्ष 1956 में समाजवादी चिंतक डॉ. राममनोहर लोहिया की पहल पर भारत के मध्य भाग अर्थात भू-गोलिक केंद्र विन्दु की खोज की गई थी। इसके बाद 15 दिसंबर 1987 को करौदी ग्राम में उस बिंदु को चिह्नित कर एक स्मारक का निर्माण कराया गया। यह स्मारक वर्षों तक करौदी गांव की पहचान बना रहा, लेकिन धीरे-धीरे सरकार और प्रशासन की उपेक्षा के चलते यह ऐतिहासिक धरोहर खंडहर में तब्दील हो गई।
विधायक श्री सिंह ने मुख्यमंत्री को यह भी लिखा कि यदि इस स्थल का समुचित विकास किया जाता है तो यह पर्यटन की दृष्टि से एक प्रमुख केंद्र बन सकता है। यहाँ पर्यटकों के लिए बुनियादी सुविधाएँ विकसित की जा सकती हैं जैसे कि सड़क, पार्किंग, सूचना केंद्र, प्रदर्शनी कक्ष, प्रकाश व्यवस्था एवं स्थानीय सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने वाली कलाकृतियाँ। इससे न केवल स्थानीय रोजगार को बढ़ावा मिलेगा बल्कि करौदी गांव और सम्पूर्ण बड़वारा क्षेत्र की आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ हो सकेगी।
भाजपा नेता योगेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि यह मांग वर्षों से लोगों के मन में थी लेकिन अब विधायक धीरेन्द्र बहादुर सिंह के दृढ़ प्रयासों से इसे एक दिशा मिल रही है। श्री ठाकुर ने यह भी कहा कि करौदी का यह स्थान केवल भौगोलिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि यह क्षेत्रीय अस्मिता, सांस्कृतिक गरिमा और ऐतिहासिक चेतना का प्रतीक भी है।
जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा के ग्रामपंचायत बम्हनी अंतर्गत करौदी गांव की भौगोलिक स्थिति इस स्थान को और भी खास बनाती है। मध्य प्रदेश के लगभग मध्य में स्थित यह गांव भौगोलिक रूप से भारतवर्ष के ठीक केंद्र में आता है। यह तथ्य अपने आप में इतना महत्वपूर्ण है कि इसे राष्ट्रीय पहचान मिलनी चाहिए। किंतु वर्षों से ना तो राज्य स्तर पर कोई योजना बनी और ना ही स्थानीय प्रशासन ने इसकी सुध ली। परिणामस्वरूप यह स्थान खंडहर में तब्दील होकर अपनी पहचान खो रहा है।
विधायक धीरेन्द्र बहादुर सिंह ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से अपील की है कि करौदी जैसे ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और भौगोलिक रूप से महत्वपूर्ण स्थल को संरक्षित करने के लिए विशेष बजट, योजना और एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया जाए। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि इस स्थल को राज्य स्तरीय या राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया जाए ताकि इसके रखरखाव की जिम्मेदारी निश्चित हो सके।
यदि सरकार समय रहते इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाती है तो करौदी न केवल क्षेत्रीय गौरव का प्रतीक बनेगा, बल्कि यह स्थल शैक्षणिक भ्रमण, सांस्कृतिक अध्ययन और ऐतिहासिक शोध के लिए भी एक आदर्श केंद्र बन सकता है।
ग्रामीण खबर MP यह अपेक्षा करता है कि सरकार इस मांग को गंभीरता से ले और करौदी को उसका उचित सम्मान दिलाया जाए जिसकी वह दशकों से प्रतीक्षा कर रहा है।
ग्रामीण खबर MP-
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