कटनी माइनिंग कॉन्क्लेव में मिले 56,414 करोड़ के निवेश प्रस्ताव,8 कंपनियों ने जताई रुचि,मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा मध्यप्रदेश को माइनिंग स्टेट बनाना है लक्ष्य।
प्रदेश के औद्योगिक भविष्य को नई दिशा,कॉन्क्लेव में हुए 3 एमओयू होंगे ऐतिहासिक,निवेशकों से कहा,दिल खोलकर कीजिए निवेश,हर कदम पर साथ खड़ी है मध्यप्रदेश सरकार।
कटनी,ग्रामीण खबर MP:
मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा कि खनिज संसाधनों के मामले में मध्यप्रदेश कभी पीछे नहीं रहा है। अब नई परिस्थितियों और संभावनाओं के अनुरूप प्रदेश को माइनिंग स्टेट बनाने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कटनी की पहचान खनन से रही है और इस धरोहर को अब वैश्विक स्तर पर चमकाने का समय आ गया है।
मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों से कहा कि यह सही समय है जब आप मध्यप्रदेश में बड़े से बड़ा सपना देखें। राज्य सरकार आपके सपनों को साकार करने के लिए हर कदम पर साथ खड़ी रहेगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि निवेशकों को किसी भी स्तर पर निराश नहीं किया जाएगा।
डॉ.श्री यादव ने बताया कि कटनी में आयोजित माइनिंग कॉन्क्लेव 2.0 से प्रदेश को 56 हजार 414 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। यह प्रमाण है कि देश के विभिन्न हिस्सों से उद्योगपति मध्यप्रदेश को निवेश की भूमि मान रहे हैं।
निवेश प्रस्तावों का विशेष खण्ड:
1.सिंघल बिज़नेस प्रा.लि.कोल गैसीफिकेशन एवं नवीकरणीय ऊर्जा–₹15,000 करोड़
2.विनमिर रिसोर्सेस प्रा.लि.ग्रेफाइट बेनिफिसिएशन उद्योग–₹850 करोड़
3.रामनिक पावर एंड अलॉयज़,स्पॉन्ज आयरन प्लांट एवं फेरो-अलॉय इकाइयाँ–₹1,850 करोड़
4.माइनवेयर एडवाइजर्स प्रा.लि.कोल ब्लॉक में खनन एवं उत्पादन–₹450 करोड़
5.महाकौशल रिफ्रैक्ट्रीज़ रिफ्रैक्ट्री उद्योग हेतु निवेश–₹90 करोड़
6.सायना ग्रुप,लौह अयस्क बेनिफिसिएशन एवं बॉक्साइट कैल्सिनेशन प्लांट–₹3,950 करोड़
7.नीलाम किए गए 09 प्रमुख खनिज ब्लॉक,मुख्य खनिज उत्पादन–₹32,774 करोड़
8.नीलाम किए गए 02 कोयला ब्लॉक,कोयला खनिज उत्पादन–₹1,450 करोड़
कुल प्रस्तावित निवेश–₹56,414 करोड़
एमओयू और भावी योजनाएं:
कॉन्क्लेव में मध्यप्रदेश शासन ने क्रिटिकल मिनरल्स की खोज और संवर्धन के लिए कोल इंडिया लिमिटेड के साथ एमओयू किया। साथ ही टेक्समिन आईएसएम धनबाद के साथ खनन क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, आईओटी, ब्लॉकचेन और रिमोट सेंसिंग तकनीक पर कार्य करने हेतु समझौता हुआ। इसके अतिरिक्त आईआईएसईआर भोपाल के साथ खनिज अनुसंधान एवं संवर्धन के लिए भी एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को सरल बनाने के लिए 29 अनुमतियों को घटाकर केवल 10 पर लाई है। श्रम कानूनों में बदलाव करते हुए महिलाओं को नाइट शिफ्ट में कार्य की अनुमति दी गई है। स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने के लिए पीपीपी मोड पर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल खोले जा रहे हैं।
प्रमुख वक्तव्य और सराहना:
कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए प्रभारी मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. श्री यादव ने प्रदेश को कृषि आधारित छवि से बाहर निकालकर औद्योगिक विकास की ओर अग्रसर किया है। उन्होंने कहा कि भारत माता की गोद से निकली खनिज संपदा अब पूरे विश्व में मध्यप्रदेश की पहचान बनेगी।
सांसद वी.डी. शर्मा ने कहा कि कटनी में माइनिंग इंस्टीट्यूट की स्थापना होनी चाहिए, जिससे स्थानीय युवाओं को खनन क्षेत्र में प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर मिल सकें।
हिन्दुस्तान कॉपर लिमिटेड के चेयरमैन संजीव कुमार सिंह ने कहा कि तांबे का महत्व सोने और चांदी से कहीं अधिक है। उन्होंने मध्यप्रदेश को तांबा उत्पादन में अग्रणी बनाने का संकल्प व्यक्त किया और बताया कि उनकी कंपनी ने 32 टन कॉपर राम मंदिर निर्माण के लिए दान दिया है।
अधिकारियों की टिप्पणी:
प्रमुख सचिव खनिज संसाधन उमाकांत उमराव ने कहा कि मध्यप्रदेश देश का ऐसा राज्य है जहां हर प्रकार के खनिज उपलब्ध हैं। प्रदेश कॉपर, लाइमस्टोन और हीरे के उत्पादन में अग्रणी है। उन्होंने बताया कि जबलपुर में सोने का भंडार और सीधी में लिथियम व लौह अयस्क की बेल्ट की खोज हुई है।
प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन राघवेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि प्रदेश में 1 लाख एकड़ से अधिक लैंडबैंक, बिजली की सरप्लस व्यवस्था और कुशल श्रमिक उपलब्ध हैं। उन्होंने निवेशकों को भरोसा दिलाया कि प्रदेश सरकार हर वादे को पूरा करती है और उद्योग लगाने की प्रक्रिया को केवल 30 दिनों में संभव बनाती है।
कार्यक्रम की गरिमा और भविष्य की संभावनाएं:
कॉन्क्लेव में विजयराघवगढ़ विधायक संजय सत्येंद्र पाठक, मुड़वारा विधायक संदीप जायसवाल, बहोरीबंद विधायक प्रणय प्रभात पांडेय, बड़वारा विधायक धीरेन्द्र बहादुर सिंह, महापौर प्रीति संजीव सूरी, जिलापंचायत अध्यक्ष सुनीता मेहरा, भाजपा जिलाध्यक्ष दीपक टंडन, निगमाध्यक्ष मनीष पाठक, एवं भाजपा पदाधिकारी,नगर निगम प्रतिनिधि, पंचायत प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे। कटनी में हुआ यह आयोजन केवल निवेश प्रस्तावों तक सीमित नहीं रहा बल्कि इसने प्रदेश के औद्योगिक भविष्य की दिशा भी तय की है।
प्रदेश में अब सेक्टरवार इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव की शुरुआत हो चुकी है। उज्जैन में 27 अगस्त को स्प्रिचुअल कॉन्क्लेव और 31 अगस्त को ग्वालियर में टूरिज्म कॉन्क्लेव आयोजित होगी। मुख्यमंत्री श्री यादव ने विश्वास जताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश 2047 तक विकसित भारत के निर्माण में नंबर-वन राज्य बनेगा
कटनी माइनिंग कॉन्क्लेव 2.0 प्रदेश के औद्योगिक इतिहास में मील का पत्थर साबित होगा और आने वाले वर्षों में कटनी को औद्योगिक और खनन हब के रूप में स्थापित करेगा।
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