कटनी माइनिंग कॉनक्लेव 2025,प्रदेश की औद्योगिक क्रांति का नया अध्याय,सायना ग्रुप लगाएगा 3200 करोड़ रुपये का अत्याधुनिक स्टील प्लांट।

 कटनी माइनिंग कॉनक्लेव 2025,प्रदेश की औद्योगिक क्रांति का नया अध्याय,सायना ग्रुप लगाएगा 3200 करोड़ रुपये का अत्याधुनिक स्टील प्लांट।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में हुआ ऐतिहासिक ऐलान, सिहोरा में लगेगा स्टील प्लांट, 7500 से अधिक लोगों को मिलेगा रोजगार, प्रदेश को हर वर्ष 600 करोड़ का राजस्व लाभ।

कटनी,ग्रामीण खबर MP:

कटनी में शनिवार का दिन प्रदेश की औद्योगिक और खनिज आधारित गतिविधियों के लिए एक ऐतिहासिक मील का पत्थर बन गया। प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मुख्य आतिथ्य में माइनिंग कॉनक्लेव 2025 का भव्य आयोजन किया गया। इस कॉनक्लेव में देशभर से आए उद्योगपतियों, खनिज विशेषज्ञों, निवेशकों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति ने इसे एक विशिष्ट आयाम दिया। कार्यक्रम के दौरान प्रदेश की खनिज संपदा, निवेश की संभावनाओं और भविष्य की औद्योगिक दिशा को लेकर व्यापक चर्चा हुई।

इस अवसर पर कटनी पाठक परिवार की आनंद माइनिंग कॉरपोरेशन - निर्मला मिनरल्स के पार्टनर, जियोमिन इंडस्ट्री के डायरेक्टर एवं सायना ग्रुप के वाईस चेयरमैन यश पाठक ने प्रदेश के औद्योगिक परिदृश्य को नई दिशा देने वाली घोषणा की। उन्होंने कहा कि सायना ग्रुप द्वारा मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले की सिहोरा तहसील में 3200 करोड़ रुपये की लागत से एक अत्याधुनिक सायना स्टील प्लांट स्थापित किया जाएगा।

यश पाठक ने विस्तार से बताया कि इस स्टील प्लांट की शुरुआत आयरन बैनिफिकेशन यूनिट से होगी। इसके बाद क्रमिक विस्तार की प्रक्रिया के अंतर्गत पेलेट यूनिट और फिर आधुनिक तकनीक से युक्त TMT सरिया प्लांट स्थापित किया जाएगा। इस निवेश का लक्ष्य न केवल खनिज संसाधनों का सर्वोत्तम उपयोग करना है, बल्कि प्रदेश को औद्योगिक दृष्टि से आत्मनिर्भर बनाना भी है।

यदि रोजगार की बात करें तो इस परियोजना से प्रत्यक्ष रूप से लगभग 2500 लोगों को और अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 5000 लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। रोजगार का यह विशाल सृजन स्थानीय युवाओं को उनके गृह जिले और आसपास ही सम्मानजनक अवसर उपलब्ध कराएगा। इससे पलायन की समस्या पर भी काफी हद तक नियंत्रण होगा।

राज्य सरकार को भी इस परियोजना से बड़े स्तर पर आर्थिक लाभ मिलने वाला है। अनुमानित रूप से रॉयल्टी, जीएसटी और अन्य करों के माध्यम से प्रतिवर्ष लगभग 600 करोड़ रुपये का राजस्व राज्य सरकार को प्राप्त होगा। इस आय से प्रदेश की अर्थव्यवस्था और अधिक सुदृढ़ होगी तथा विकास योजनाओं को नई गति मिलेगी।

इतिहास पर दृष्टि डालें तो यह तथ्य भी उल्लेखनीय है कि कटनी का पाठक परिवार वर्ष 1910 से ही माइनिंग क्षेत्र में सक्रिय है। इस परिवार ने खनिज क्षेत्र में न केवल व्यापारिक दृष्टि से सफलता पाई है, बल्कि प्रदेश और देश को भी औद्योगिक मजबूती प्रदान की है। उनका यह अनुभव और परंपरा ही आज इतने बड़े निवेश की घोषणा के रूप में सामने आई है।

माइनिंग कॉनक्लेव 2025 में हुई यह घोषणा केवल एक औद्योगिक परियोजना की शुरुआत नहीं है, बल्कि यह मध्य प्रदेश की औद्योगिक क्रांति का नया अध्याय है। आने वाले वर्षों में जब यह स्टील प्लांट पूर्ण रूप से क्रियाशील होगा, तब यह न केवल रोजगार और राजस्व का स्रोत बनेगा, बल्कि प्रदेश को स्टील उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने का भी कार्य करेगा।

कटनी माइनिंग कॉनक्लेव 2025 प्रदेश की प्रगति के इतिहास में एक स्वर्णिम अवसर के रूप में दर्ज होगा। यह आयोजन केवल निवेश और उद्योग की बात नहीं करता, बल्कि यह संदेश देता है कि मध्य प्रदेश खनिज संपदा से समृद्ध होकर औद्योगिक विकास के नए युग की ओर बढ़ रहा है। आने वाले समय में यह परियोजना प्रदेश के युवाओं की आशाओं और सपनों को साकार करने के साथ-साथ संपूर्ण समाज को समृद्धि और उन्नति की राह पर आगे ले जाएगी।

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