विद्यालोक वेलफेयर की अनूठी पहल: नशा मुक्ति का संदेश लेकर सड़कों पर उतरे पुलिस अधिकारी।

 विद्यालोक वेलफेयर की अनूठी पहल: नशा मुक्ति का संदेश लेकर सड़कों पर उतरे पुलिस अधिकारी।

पुलिस अधीक्षक और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने तख्तियों के माध्यम से दिया नशा छोड़ने का संदेश, युवाओं की जागरूकता ने जीता शहरवासियों का दिल।

कटनी,ग्रामीण खबर mp:

शहर के हृदय स्थल पर आज का दृश्य कुछ अलग था। भीड़भाड़ और भागदौड़ के बीच जब लोग रुके तो देखा कि कटनी जिले के पुलिस अधीक्षक और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्वयं सड़कों पर उतरकर हाथों में तख्तियां लिए खड़े हैं। संदेश था —नशा मुक्त समाज का निर्माण करें। यह संकल्प था विद्यालोक वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक जागरूकता अभियान का, जो अपने उद्देश्य और प्रस्तुति दोनों के कारण शहरवासियों के बीच चर्चा का विषय बन गया।

विद्यालोक वेलफेयर फाउंडेशन लंबे समय से सामाजिक जागरूकता और युवाओं को सकारात्मक दिशा देने का कार्य कर रहा है। नशे के खिलाफ यह विशेष अभियान फाउंडेशन की प्रतिबद्धता का एक और उदाहरण है। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह शहर के मुख्य चौराहे से हुई, जहां विभिन्न तख्तियों पर लिखे प्रेरक और विचारोत्तेजक नारों के साथ युवा और अधिकारी एक साथ खड़े थे। इन नारों में लिखा था – “नशा छोड़ो, जीवन से जुड़ो”, “नशा नहीं, शिक्षा अपनाओ”, “स्वस्थ युवा – सुरक्षित राष्ट्र” और “नशा एक जहर है – इससे बचो”।

इस अभियान की सबसे प्रेरणादायक बात यह रही कि प्रशासनिक स्तर के शीर्ष अधिकारियों ने केवल औपचारिकता निभाने की बजाय वास्तविक रूप से सड़क पर उतरकर जनता को संबोधित किया। पुलिस अधीक्षक ने संक्षिप्त संवाद में कहा कि समाज को यदि वास्तव में अपराध, असामाजिक गतिविधियों और युवाओं की बर्बादी से मुक्त करना है, तो नशे के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़नी होगी।

फाउंडेशन के प्रतिनिधियों में अर्जित खरे, राज दुबे, विपांशु पटेल, पार्थ सिंह, हर्ष चौधरी, अमन सुहाने, अमन दहिया, प्रेम वर्मा और शिवम बिछपुरिया प्रमुख रूप से उपस्थित थे। ये सभी युवा अपने हाथों में नशा मुक्ति संदेशों वाली तख्तियां लिए पूरे आत्मविश्वास के साथ खड़े थे, और राहगीरों से संवाद कर रहे थे। कुछ लोगों ने उनसे बात की, तो कुछ ने आकर तस्वीरें खिंचवाकर सोशल मीडिया पर साझा करते हुए इस पहल की सराहना की।

इस कार्यक्रम ने यह सिद्ध कर दिया कि जब प्रशासन और समाज एक साथ खड़े होते हैं, तो बड़े से बड़ा सामाजिक बदलाव भी संभव है। फाउंडेशन के सदस्यों ने यह भी स्पष्ट किया कि यह सिर्फ एक दिन का आयोजन नहीं है, बल्कि यह अभियान आगे भी विभिन्न माध्यमों से चलता रहेगा – स्कूलों, कॉलेजों, मोहल्लों और गांवों तक पहुंचते हुए।

इस पहल से प्रेरित होकर कई स्थानीय संगठनों और व्यापारियों ने भी इस अभियान को समर्थन देने की इच्छा जताई है। कुछ अभिभावकों ने स्वयं संपर्क कर कहा कि वे चाहते हैं कि उनके बच्चों को भी इस मुहिम से जोड़ा जाए, ताकि वे नशे के दुष्परिणामों को समझ सकें और उनसे दूर रह सकें।

शहरवासियों ने विद्यालोक वेलफेयर फाउंडेशन की इस पहल को एक मजबूत, साहसिक और दूरगामी सोच वाली पहल करार दिया है। ऐसे प्रयास न केवल वर्तमान पीढ़ी को बचाते हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक सुरक्षित और सुंदर समाज का निर्माण करते हैं।

प्रधान संपादक:अज्जू सोनी,ग्रामीण खबर mp

संपर्क सूत्र:9977110734

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