चौक समारोह से लौटते वक्त दिल दहला देने वाला सड़क हादसा: खमतरा गांव के एक ही परिवार की तीन महिलाओं की दर्दनाक मौत, सात घायल।
ईको कार अनियंत्रित होकर पलटी, ढीमरखेड़ा थाना क्षेत्र में हुआ हादसा, समारोह से लौट रही थीं महिलाएं और बच्चे, पुलिस ने मर्ग कायम कर शुरू की जांच।
ढीमरखेड़ा,ग्रामीण खबर mp:
एक पारिवारिक समारोह की खुशी मातम में तब्दील हो गई जब खमतरा गांव के एक ही परिवार की महिलाएं और बच्चे चौक समारोह से लौटते वक्त सड़क हादसे का शिकार हो गए। बुधवार दोपहर ढीमरखेड़ा थाना क्षेत्र के खमतरा गांव के पास ईको कार के पलटने से तीन महिलाओं की मौत हो गई, वहीं सात अन्य लोग घायल हो गए। घटना से पूरे गांव में शोक की लहर फैल गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, खमतरा गांव निवासी बर्मन परिवार की महिलाएं और बच्चे मंगलवार को पिंडरई गांव में आयोजित एक पारंपरिक चौक समारोह में शामिल होने के लिए गए थे। समारोह के अगले दिन, बुधवार दोपहर लगभग ढाई बजे सभी लोग ईको कार (क्रमांक एमपी 21 जेडबी 1687) से अपने गांव लौट रहे थे। जैसे ही वाहन खमतरा गांव के पास स्थित पेट्रोल पंप के नजदीक पहुँचा, चालक का नियंत्रण वाहन पर से हट गया और गाड़ी पलट गई।
हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। ढीमरखेड़ा थाना प्रभारी मोहम्मद शाहिद खान अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुँचे और राहत कार्य शुरू कराया। घायलों को 108 एम्बुलेंस की मदद से तत्काल उमरियापान अस्पताल पहुँचाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने तीन महिलाओं को मृत घोषित कर दिया।
मृतकों में शामिल हैं:
1.शिवानी पति मिथलेश बर्मन (35 वर्ष)
2.फूलबाई पति राजकुमार बर्मन (40 वर्ष)
3.रानी बाई पति लालजी बर्मन (50 वर्ष)
घायलों में शामिल हैं:
1.काजू पिता किशन बर्मन (40 वर्ष)
2.शिवरती पति काजू बर्मन (35 वर्ष)
3.लक्ष्मी पिता विष्णु बर्मन (18 वर्ष)
4.सीमा बाई पति दीपचंद बर्मन (28 वर्ष)
5.मिथला बाई पति पुरुषोत्तम बर्मन (45 वर्ष)
6.रुद्र पिता मोहन बर्मन (10 वर्ष)
7.शिवांश पिता मिथलेश बर्मन
सभी घायलों का इलाज उमरियापान अस्पताल में जारी है। चिकित्सकों की टीम लगातार निगरानी कर रही है और कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
ढीमरखेड़ा थाना प्रभारी मोहम्मद शाहिद खान ने बताया कि प्रारंभिक जांच में वाहन के अनियंत्रित होने को हादसे का कारण माना जा रहा है। मामले में मर्ग कायम कर विवेचना प्रारंभ कर दी गई है।
पुलिस जांच एवं राहत कार्य में एसआई मुन्ना लाल करन, एएसआई जयचंद उइके, प्रधान आरक्षक मनोज ठाकुर, आरक्षक पंकज सिंह, अमित शुक्ला, दीपक श्रीवास, रंजीत सिंह, जागेश्वर सिंह, सुरेश चौधरी और सैनिक रामविशाल तिवारी ने सक्रिय भूमिका निभाई।
हादसे के बाद खमतरा गांव में गहरा शोक छा गया है। मृतकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता और बच्चों के इलाज की बेहतर व्यवस्था की मांग की है। वहीं, क्षेत्र में बार-बार हो रही सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए ग्रामीणों ने यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने की भी मांग उठाई है।