शमशाबाद संजय सागर नहर निर्माण कार्य में घटिया गुणवत्ता और अनदेखी उजागर, किसानों की समस्याएं बढ़ने की आशंका।

 शमशाबाद संजय सागर नहर निर्माण कार्य में घटिया गुणवत्ता और अनदेखी उजागर, किसानों की समस्याएं बढ़ने की आशंका।

नटेरन क्षेत्र में सीसी नहर निर्माण कार्य में अनियमितता और घटिया सामग्री की शिकायतें, ग्रामीणों ने अधिकारियों से की हस्तक्षेप की मांग।

विदिशा, ग्रामीण खबर mp:

शमशाबाद तहसील के नटेरन क्षेत्र में संजय सागर नहर के तहत चल रहा सीसी नहर निर्माण कार्य अब ग्रामीणों के आक्रोश और चिंता का विषय बन गया है। किसानों और स्थानीय निवासियों का आरोप है कि इस निर्माण कार्य में जमकर अनियमितताएं बरती जा रही हैं। ग्रामीणों के अनुसार निर्माण कार्य में न तो निर्धारित एस्टीमेट के अनुसार सामग्री का उपयोग किया जा रहा है, और न ही गुणवत्ता की निगरानी की जा रही है। निर्माण प्रक्रिया इतनी कमजोर और असावधानीपूर्वक की जा रही है कि नहर में जब भी पानी स्थाई रूप से छोड़ा जाता है, तो वह कई जगहों पर रिसने लगता है या नहर की दीवारें टूटने लगती हैं। इससे किसानों को समय पर अपने खेतों की सिंचाई करने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

ग्रामीणों ने बताया कि नहर की गहराई और चौड़ाई भी तय मानकों के अनुसार नहीं की जा रही, जिससे भविष्य में पानी की बहाव और वितरण प्रणाली बुरी तरह प्रभावित होगी। कुछ स्थानों पर तो नहर की दीवारों में सीमेंट और कंक्रीट का अनुपात इतना खराब है कि हाथ से रगड़ने पर ही सतह उखड़ने लगती है। निर्माण स्थल पर कोई तकनीकी सुपरविजन नहीं दिखाई देता, जिससे यह स्पष्ट होता है कि संबंधित विभाग और ठेकेदार की ओर से गंभीर लापरवाही बरती जा रही है।

यह नहर किसान समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण जीवनरेखा मानी जाती है, जो खरीफ और रबी दोनों सीजन में खेतों तक समय पर पानी पहुंचाने का साधन बनती है। लेकिन यदि इसी तरह घटिया निर्माण कार्य होता रहा, तो नहर टूटने और बहाव बाधित होने की स्थिति में हजारों एकड़ जमीन की सिंचाई प्रभावित हो सकती है। इससे किसानों की मेहनत, फसल और आय पर सीधा प्रभाव पड़ेगा।

स्थानीय लोगों ने इस मामले को लेकर कई बार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से शिकायतें भी की हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। ग्रामीणों ने मांग की है कि संजय सागर नहर के निर्माण कार्य की तुरंत उच्च स्तरीय जांच करवाई जाए, ताकि जिम्मेदारों के विरुद्ध कार्रवाई हो और निर्माण कार्य की गुणवत्ता को सुनिश्चित किया जा सके।

जनप्रतिनिधियों और विभागीय अधिकारियों से आग्रह किया गया है कि वे मौके का निरीक्षण करें और यह सुनिश्चित करें कि यह महत्वपूर्ण परियोजना किसानों के हित में सही गुणवत्ता और समयबद्धता के साथ पूर्ण हो। यदि अब भी अनदेखी की गई तो आने वाले वर्षों में यह नहर किसानों के लिए मददगार नहीं बल्कि एक बड़ी बाधा बन सकती है।

यह मामला केवल निर्माण की गुणवत्ता तक सीमित नहीं है, बल्कि यह कृषि और ग्रामीण जीवन की स्थिरता से भी जुड़ा हुआ है। इसलिए प्रशासन का तत्काल हस्तक्षेप आवश्यक है, ताकि भविष्य में किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।


ग्रामीण खबर एमपी
विदिशा जिला ब्यूरो चीफ - यशवंत सिंह रघुवंशी

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