नम्रता मीणा ने रचा इतिहास: जिले में 98.2% अंकों के साथ प्राप्त किया प्रथम स्थान।

 नम्रता मीणा ने रचा इतिहास: जिले में 98.2% अंकों के साथ प्राप्त किया प्रथम स्थान।

वात्सल्य स्कूल की छात्रा ने 12वीं वाणिज्य संकाय में की शानदार उपलब्धि, सीए बनकर पिता का सपना साकार करना चाहती है।

विदिशा,ग्रामीण खबर mp:

शिक्षा के क्षेत्र में विदिशा जिले के लिए गर्व का क्षण तब आया जब वात्सल्य स्कूल की वाणिज्य संकाय की प्रतिभाशाली छात्रा कुमारी नम्रता मीणा ने 12वीं कक्षा में 98.2 प्रतिशत अंक प्राप्त कर जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया। यह सफलता केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि समूचे जिले और प्रदेश के लिए प्रेरणा का स्रोत है। नम्रता की इस असाधारण सफलता ने यह सिद्ध कर दिया है कि कठिन परिश्रम, आत्मविश्वास और संकल्प के साथ कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता।

नम्रता मीणा का सपना है कि वह अपने पिता के पेशे में सहयोग कर सके। इसी उद्देश्य से उन्होंने वाणिज्य संकाय को चुना और अब वह आगे चलकर चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) बनना चाहती हैं। उनके पिता श्री कालूराम मीणा विदिशा जिले के एक सम्मानित और ख्यातिप्राप्त अधिवक्ता हैं, जिनका कार्यक्षेत्र अत्यंत विस्तृत है और उन्हें अक्सर सीए की सहायता की आवश्यकता पड़ती है। यह जानकर आश्चर्य नहीं होगा कि श्री कालूराम मीणा स्वयं भी एक सफल शासकीय अभिभाषक रह चुके हैं और न्याय क्षेत्र में उनका योगदान अत्यंत सराहनीय रहा है।

परिवारिक पृष्ठभूमि पर दृष्टि डालें तो यह स्पष्ट होता है कि शिक्षा का दीप इस घर में वर्षों से प्रज्वलित है। नम्रता की दो बड़ी बहनें पहले ही उच्च शिक्षा प्राप्त कर चुकी हैं और अब यह परिवार की तीसरी पुत्री अपने शैक्षणिक जीवन में नई ऊँचाइयों को छू रही है। यह उपलब्धि उस पारिवारिक परंपरा का प्रतीक है जिसमें शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाती है।

नम्रता की इस सफलता से पूरे परिवार में हर्ष का माहौल है। उनके माता-पिता, परिजनों, शिक्षकों, सहेलियों, रिश्तेदारों, अधिवक्ताओं, स्कूल प्रबंधन और जिले के अन्य गणमान्य नागरिकों ने उन्हें दिल से बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। सभी ने नम्रता के उज्ज्वल भविष्य के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है और आशा जताई है कि वह अपने दृढ़ निश्चय, कठोर परिश्रम और आत्मविश्वास के बल पर अपने सपनों को साकार करेगी।

नम्रता की सफलता यह भी दर्शाती है कि ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में भी प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, आवश्यकता केवल उचित मार्गदर्शन, अवसर और प्रेरणा की होती है। ऐसे प्रेरणादायक उदाहरण आने वाली पीढ़ी को न केवल आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं, बल्कि समाज में शिक्षा के महत्व को भी रेखांकित करते हैं।


ग्रामीण खबर एमपी
विदिशा जिला सह ब्यूरो चीफ
मायावती अहिरवार

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