साइबर ठगों से रहें सावधान,ढीमरखेड़ा पुलिस ने रामपुर आदर्श विद्यालय में चलाया जागरूकता अभियान।
थाना प्रभारी अभिषेक चौबे ने छात्रों को दी साइबर सुरक्षा,नशा मुक्ति,ट्रैफिक नियमों और करियर निर्माण की महत्वपूर्ण जानकारी,कहा,“जागरूकता ही अपराध रोकने का सबसे सशक्त उपाय”।
ढीमरखेड़ा,ग्रामीण खबर MP।
कटनी जिले में पुलिस विभाग लगातार समाज में सुरक्षा, अनुशासन और जिम्मेदारी की भावना को बढ़ाने के लिए जनजागरूकता अभियान चला रहा है। इसी क्रम में ढीमरखेड़ा थाना पुलिस ने ग्राम रामपुर स्थित आदर्श (मॉडल) विद्यालय में छात्रों के बीच एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें साइबर अपराध, ट्रैफिक सुरक्षा, नशा मुक्ति, महिला सुरक्षा और करियर निर्माण जैसे विषयों पर विस्तार से जानकारी दी गई।
यह कार्यक्रम कटनी पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. संतोष डेहरिया और एसडीओपी स्लीमनाबाद आकांक्षा चतुर्वेदी के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की अगुवाई ढीमरखेड़ा थाना प्रभारी अभिषेक चौबे ने की। उन्होंने अपने संबोधन में छात्रों से कहा कि बदलते तकनीकी दौर में सबसे बड़ा खतरा साइबर अपराधों का है, जो न केवल आर्थिक नुकसान पहुंचाते हैं बल्कि व्यक्ति की सामाजिक प्रतिष्ठा को भी प्रभावित करते हैं।
उन्होंने बताया कि साइबर ठग आजकल फर्जी वेबसाइट, सोशल मीडिया अकाउंट और बैंकिंग एप्स के माध्यम से लोगों को ठगने के नए-नए तरीके अपना रहे हैं। ऐसे में हमें सतर्क रहकर ही खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखना होगा। किसी भी अनजान व्यक्ति से बैंक डिटेल्स, पासवर्ड या ओटीपी साझा न करें। सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत जानकारियाँ, फोटो या लोकेशन पोस्ट करने से बचें, क्योंकि यही जानकारी ठगों के लिए हथियार बन जाती है।
अभिषेक चौबे ने कहा कि जागरूकता ही अपराधों के खिलाफ सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे अपने माता-पिता और परिचितों को भी इन खतरों के बारे में बताएँ, ताकि समाज में साइबर अपराधों की घटनाओं को रोका जा सके।
ट्रैफिक अवेयरनेस पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि सड़क हादसे आज समाज की सबसे बड़ी समस्या बन चुके हैं। “कोरोना काल में जितनी मौतें महामारी से नहीं हुईं, उससे कहीं अधिक लोग हर साल सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवाते हैं।” उन्होंने कहा कि हेलमेट पहनना, सीट बेल्ट लगाना, नशे में वाहन न चलाना और ट्रैफिक सिग्नलों का पालन करना हमारी जिम्मेदारी है। सड़क सुरक्षा नियमों का पालन सिर्फ कानून नहीं, बल्कि जीवन रक्षा का संकल्प है।
महिला सुरक्षा के मुद्दे पर उन्होंने छात्राओं को आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बनने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि अगर किसी भी तरह की छेड़छाड़, उत्पीड़न या संदेहास्पद गतिविधि दिखाई दे, तो तुरंत पुलिस को जानकारी दें। पुलिस आपकी सुरक्षा के लिए हमेशा तैयार है और सभी शिकायतों को गोपनीय रखा जाएगा।
नशा मुक्ति पर चर्चा करते हुए अभिषेक चौबे ने कहा कि नशा किसी भी व्यक्ति के जीवन का सबसे बड़ा शत्रु है। यह व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और आर्थिक रूप से तबाह कर देता है। उन्होंने कहा कि नशे की लत सिर्फ एक व्यक्ति को नहीं, बल्कि पूरे परिवार को बर्बादी की ओर धकेल देती है। “जो युवा अपने जीवन में सफलता पाना चाहते हैं, उन्हें नशे से कोसों दूर रहना चाहिए,” उन्होंने कहा।
थाना प्रभारी ने विद्यार्थियों को जीवन में अनुशासन, समय की पाबंदी और कड़ी मेहनत का महत्व भी बताया। उन्होंने कहा कि आज का छात्र ही कल का जिम्मेदार नागरिक और देश का भविष्य है। यदि विद्यार्थी अभी से जागरूक, सजग और नैतिक बन जाएं, तो अपराध स्वतः समाप्त हो जाएंगे और समाज प्रगति के पथ पर आगे बढ़ेगा।
कार्यक्रम में विद्यालय के शिक्षकगण, पुलिस स्टाफ और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। विद्यार्थियों ने भी पुलिस अधिकारियों से कई सवाल पूछे और साइबर सुरक्षा व ट्रैफिक नियमों से संबंधित नई जानकारियाँ प्राप्त कीं। छात्रों ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम उन्हें न केवल शिक्षित करते हैं बल्कि समाज के प्रति जिम्मेदार नागरिक बनने की प्रेरणा भी देते हैं।
ढीमरखेड़ा पुलिस द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम विद्यार्थियों के लिए एक यादगार और प्रेरणादायी अनुभव साबित हुआ। इस पहल ने न केवल विद्यालय परिसर में जागरूकता का वातावरण बनाया, बल्कि छात्रों के मन में आत्मविश्वास, जिम्मेदारी और सकारात्मक सोच की नई ऊर्जा भी भरी।
इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधन ने ढीमरखेड़ा पुलिस की इस पहल की सराहना की और कहा कि ऐसे प्रयासों से न केवल अपराधों में कमी आती है बल्कि समाज और पुलिस के बीच आपसी विश्वास भी मजबूत होता है।
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