फोनपे और गूगलपे के जरिए ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह के तीन सदस्य चढ़े ढीमरखेड़ा पुलिस के हत्थे।
शिकायत मिलते ही पुलिस ने दिखाया त्वरित एक्शन, महज कुछ घंटों में तीनों आरोपियों को धरदबोचा, नकदी, मोबाइल व वाहन जब्त।
ढीमरखेड़ा,ग्रामीण खबर mp:
कटनी जिले में साइबर अपराधों और ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामलों पर नियंत्रण हेतु पुलिस अधीक्षक कटनी अभिनय विश्वकर्मा द्वारा दिए गए सख्त निर्देशों के तहत पुलिस प्रशासन सतर्कता और सक्रियता के साथ कार्य कर रहा है। इसी क्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. संतोष डेहरिया तथा एसडीओपी स्लीमनाबाद आकांक्षा चतुर्वेदी के निर्देशन में, थाना प्रभारी ढीमरखेड़ा के नेतृत्व में एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया है, जिसमें फोनपे और गूगलपे के माध्यम से ऑनलाइन ठगी करने वाले तीन आरोपियों को कुछ ही घंटों में गिरफ्तार कर लिया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, दिनांक 19 जून 2025 को ग्राम सिलौडी निवासी रवीन्द्र काछी पिता कोदूलाल काछी उम्र 42 वर्ष, चौकी सिलौडी पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज करवाई कि उसके पास वाहन क्रमांक एमपी 17 सीए 1897 से आए तीन अज्ञात व्यक्ति ग्राहक बनकर पहुंचे और फोनपे / गूगलपे के माध्यम से भुगतान का झांसा देकर 2000 रुपये की ठगी कर फरार हो गए। इतना ही नहीं, उन्हीं तीन व्यक्तियों द्वारा उसके बगल की दुकान के संचालक साहिल यादव से भी 1500 रुपये की ऑनलाइन धोखाधड़ी की गई।
चूंकि मामला तकनीकी और आम नागरिकों की मेहनत की कमाई से जुड़ा हुआ था, पुलिस ने इसे गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्रवाई प्रारंभ की। थाना ढीमरखेड़ा में अपराध क्रमांक 274/25 धारा 318(4), 3(5) बीएनएस तथा 66डी आईटी एक्ट के अंतर्गत मामला पंजीबद्ध किया गया और सक्रिय अनुसंधान प्रारंभ किया गया।
पुलिस की तत्परता का परिणाम यह हुआ कि कुछ ही घंटों में तीनों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ गए। आरोपियों की पहचान प्रवीण कुशवाहा, करण कुशवाहा (दोनों निवासी जिला रीवा) और बुद्धीमान कुशवाहा (निवासी जिला मउगंज) के रूप में हुई है। तीनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिसमें उन्होंने अपना अपराध स्वीकार किया। उनके पास से ठगी की पूरी राशि 3500 रुपये नकद, घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन और सफेद रंग की अल्टो कार बरामद की गई।
पूछताछ में यह भी स्पष्ट हुआ कि उक्त आरोपी जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण कर भोले-भाले दुकानदारों से डिजिटल पेमेंट का बहाना बनाकर पैसे ऐंठते थे और फिर वहां से तुरंत वाहन द्वारा फरार हो जाते थे। पुलिस को संदेह है कि इनके द्वारा अन्य स्थानों पर भी इसी प्रकार की वारदातों को अंजाम दिया गया होगा, जिसके लिए इनसे और गहन पूछताछ की जा रही है तथा अन्य संभावित पीड़ितों से संपर्क किया जा रहा है।
इस सराहनीय कार्यवाही में ढीमरखेड़ा थाना प्रभारी मो. शाहिद की प्रमुख भूमिका रही। उनके साथ सउनि जयचंद उईके, उनि विष्णुशंकर जायसवाल, प्र.आर. अतुल शर्मा, आरक्षक पंकज सिंह, अजय धुर्वे, धर्मवीर सिंह और रामसेवक विश्वकर्मा ने संयुक्त रूप से कार्य करते हुए इस पूरे प्रकरण को कुछ ही घंटों में सुलझा लिया।
इस त्वरित और प्रभावी कार्रवाई से न केवल पीड़ितों को राहत मिली है, बल्कि क्षेत्रीय जनता में पुलिस के प्रति विश्वास और सुरक्षा की भावना भी सुदृढ़ हुई है। पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा ने पूरी टीम को इस सराहनीय कार्य के लिए बधाई दी है और भविष्य में भी इसी प्रकार की तत्परता बनाए रखने की बात कही है।