कलेक्टर ने विकसित कृषि संकल्प अभियान तहत क्रियान्वित कार्यों की समीक्षा की।
15 दिवस तक लगातार 135 ग्रामों में शिविरों का आयोजन हुआ।
विदिशा,ग्रामीण खबर mp:
कलेक्टर अंशुल गुप्ता ने आज विकसित कृषि संकल्प अभियान अंतर्गत संपन्न हुए शिविरों में किए गए कार्यों की गहन समीक्षा की है। कलेक्ट्रेट के बेतवा सभा कक्ष में आयोजित इस विशेष बैठक में कलेक्टर श्री गुप्ता ने 12 मई से 12 जून तक क्रियान्वित विकसित कृषि संकल्प अभियान में जिले के किसानों के लिए आयोजित शिविरों के माध्यम से क्या-क्या नवाचार किए गए हैं एवं कृषकों को किन-किन योजनाओं का लाभ मिल रहा है तथा कृषकों की क्या-क्या समस्याएं हैं के संबंध में कृषि एवं कृषि से संबद्ध विभागों के अधिकारियों से चर्चा कर जानी हैं।
बैठक में अवगत कराया गया कि विकसित कृषि संकल्प अभियान अंतर्गत 15 दिवस तक लगातार 135 ग्रामों में शिविरों का आयोजन किया गया जिसमें 12360 किसान उपस्थित हुए और अभियान तहत कृषि से संबंधित जानकारियां प्राप्त की हैं। इन शिविरों में कृषि वैज्ञानिकों द्वारा कृषकों को खेती से संबंधित अन्य आवश्यक जानकारियां दी गई नवाचार करने और खेती की नवीन किस्मों से भी अवगत कराया गया था।
कलेक्टर श्री गुप्ता ने बैठक में उपस्थित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि उनकी शिविरों में महत्वपूर्ण भूमिका है। इसलिए वह किसानों से संवाद कर उनकी समस्याओं से अवगत हों और वह क्या-क्या नवाचार अपना कर खेती में किस तरह अग्रसर हो रहे हैं की जानकारी अवश्य प्राप्त करें। कृषकों को शासन की योजनाओं का लाभ मिल रहा है या नहीं के संबंध में भी उन्होंने निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने छोटे कृषकों को शासन की स्वरोजगार योजनाओं से जोड़ने के संबंध में भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि किसानों को छोटे-छोटे ऋण मुहैया कराए जाएं 20 हजार से 50 हजार रुपए तक का ऋण यदि किसानों को मिलेगा तो वह अपना स्वयं का रोजगार स्थापित कर सकेंगे। इसके अलावा उन्होंने कृषि सहित अन्य संबद्ध विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि विकसित कृषि संकल्प अभियान अवधि में आयोजित शिविरों के माध्यम से जिन कृषकों को लाभान्वित किया गया है उनके नामों की सूची उपलब्ध कराएं तथा शिविर में योजनाओं का लाभ प्राप्त करने कितने आवेदन आए इसकी जानकारी भी प्रस्तुत करें।
शिविरों में यह गतिविधियां रहीं विशेष :
यह भी अवगत कराया गया कि विकसित कृषि संकल्प अभियंत है जो गतिविधियां आयोजित की गई उनमें मृदा नमूना एकत्रीकरण, मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण, नरवाई प्रबंधन हेतु शपथ गृहण कार्यक्रम, ड्रोन का प्रदर्शन, जे फार्म पोर्टल पर किसानों का पंजीयन, सुपर सीडर हेतु पंजीयन, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जन-धन खाता, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना रथ के माध्यम से प्रचार-प्रसार, बी-1 का वाचन और इफको द्वारा नैनो डीएपी एवं यूरिया का प्रचार शामिल हैं।
कृषि संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां दी गईं :
विकसित कृषि संकल्प अभियान के 15 दिवसीय कार्यक्रम के दौरान कृषकों को फसल व किस्म में बदलाव, मृदा परीक्षण, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, नरवाई प्रबंधन, प्राकृतिक व जैविक खेती, खरीफ फसलों की उन्नत उत्पादन तकनीक, रेड बैड पद्धति से बुवाई, धान की सीधी बुवाई तकनीक, एकीकृत कीट रोग प्रबंधन तकनीक, ड्रोन तकनीक, मोटा अनाज उत्पादन तकनीक, पशुपालन, टीकाकरण, बकरी पालन, मुर्गी पालन व मछली पालन आदि विषयों पर विस्तारपूर्वक जानकारी देकर कृषकों की आय में वृद्धि करने का प्रयास किया गया है।
अभियान में इन विभागों का योगदान रहा :
इस अभियान के दौरान कृषि विभाग, उद्यान विभाग, पशुपालन विभाग, मत्स्य विभाग, उपज मण्डी, इफको, बिजली विभाग, राजस्व विभाग, सहकारिता विभाग, कॉपरेटिव बैंक फसल बीमा अधिकारी व अन्य विभागों का भी योगदान रहा। विभागीय अधिकारियों के द्वारा प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना, किसान सम्मान निधि, कृषि सिंचाई योजना, कृषि विकास योजना, मत्स्य संपदा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, पशु क्रेडिट कार्ड, राष्ट्रीय पशु धन एवं डेयरी विकास योजना की जानकारी कृषकों को दी गई। इस दौरान बैठक में जिला पंचायत सीईओ ओपी सनोडिया सहित कृषि विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।