तेज आंधी-तूफान से शमशाबाद क्षेत्र में भारी तबाही, विधायक सूर्यप्रकाश मीणा के निवास को भी नुकसान।

 तेज आंधी-तूफान से शमशाबाद क्षेत्र में भारी तबाही, विधायक सूर्यप्रकाश मीणा के निवास को भी नुकसान।

दर्जनों गांवों में मकानों की छतें उड़ीं, पेड़ गिरे और बिजली व्यवस्था ठप, विधायक ने राहत कार्य तेज करने के दिए निर्देश।

शमशाबाद,ग्रामीण खबर mp:

बुधवार की शाम अचानक मौसम का मिजाज बदला और पूरे शमशाबाद क्षेत्र में तेज आंधी-तूफान ने तबाही मचा दी। विदिशा जिले के इस विधानसभा क्षेत्र के कई गांवों में तूफान ने जमकर कहर बरपाया। हवा की रफ्तार इतनी तेज थी कि रास्तों के किनारे खड़े पेड़ उखड़ गए, कच्चे-पक्के मकानों की छतें उड़ गईं, दीवारें गिर गईं और कई स्थानों पर बिजली के खंभे टूटकर गिर पड़े जिससे विद्युत आपूर्ति पूरी तरह से बाधित हो गई।

सबसे चिंताजनक बात यह रही कि क्षेत्र के विधायक सूर्यप्रकाश मीणा के दयानंदपुर स्थित निवास को भी इस प्राकृतिक आपदा ने नहीं बख्शा। तेज हवाओं के कारण उनके निवास की छत और बाहरी दीवारों को क्षति पहुंची है। इस घटना के बाद विधायक स्वयं गांवों का दौरा करने निकले और हालात का जायजा लिया।

तूफान के कारण खेतों में खड़ी फसलें भी बर्बाद हो गईं, जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा है। कई ग्रामीणों ने बताया कि उनके घरों के ऊपर लगे टिन-शेड और खपरैल उड़कर दूर जा गिरे, जिससे उन्हें रात खुले आसमान के नीचे गुजारनी पड़ी। गांवों की गलियों और रास्तों पर पेड़ और मलबा बिखरा पड़ा है, जिससे आवागमन भी बाधित हो गया है।

इस आपदा से हालांकि कोई जनहानि नहीं हुई है, लेकिन सामाजिक और आर्थिक स्तर पर लोगों को भारी क्षति हुई है। बच्चों की स्कूल की किताबें, घरेलू सामान, मवेशियों के लिए चारा तक उड़ गया। कई परिवारों को तो भोजन पकाने की सामग्री तक नहीं बची है। महिलाएं और बुजुर्ग मानसिक रूप से काफी व्यथित दिखे।

विधायक सूर्यप्रकाश मीणा ने इस घटना को अत्यंत दुःखद बताया और कहा कि क्षेत्र की यह पीड़ा उनकी अपनी पीड़ा है। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिए कि राहत कार्यों में कोई कोताही न हो। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार की यह प्राथमिकता होनी चाहिए कि प्रत्येक प्रभावित व्यक्ति तक समय पर मदद पहुंचे। उन्होंने तहसीलदार और पटवारियों को मौके पर भेजकर वास्तविक नुकसान का आकलन करने के निर्देश दिए।

विधायक ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि उन्होंने कलेक्टर से चर्चा कर आवश्यक सामग्री, तिरपाल, राशन और पेयजल की व्यवस्था तत्काल करने को कहा है। उन्होंने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी अपील की कि वे प्रशासन के साथ मिलकर राहत कार्यों में सहयोग करें।

प्रशासन द्वारा तत्काल प्रभाव से राहत कार्य शुरू कर दिए गए हैं। पंचायत सचिव, पटवारी और राजस्व अमले को मौके पर भेजा गया है। क्षेत्रीय विद्युत विभाग की टीम भी बिजली बहाल करने में लगी हुई है। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने प्राथमिक उपचार की सुविधा उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी संभाली है।

तहसीलदार द्वारा बताया गया कि नुकसान का विस्तृत सर्वे किया जा रहा है और जल्द ही मुआवजा वितरण की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी। जिन परिवारों के घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं, उन्हें अस्थायी निवास और भोजन की व्यवस्था दी जा रही है।

इस घटना के बाद क्षेत्र के लोग काफी सहमे हुए हैं। उन्हें आशंका है कि आने वाले दिनों में फिर से मौसम बिगड़ सकता है। ऐसे में प्रशासन द्वारा लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है।


ग्रामीण खबर एमपी
विदिशा जिला ब्यूरो चीफ–यशवंत सिंह रघुवंशी

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