विकसित कृषि संकल्प अभियान का सफलतापूर्वक समापन।

 विकसित कृषि संकल्प अभियान का सफलतापूर्वक समापन।

केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की दूरगामी सोच का परिणाम है विकसित कृषि संकल्प अभियान,विधायक हरिसिंह रघुवंशी।

विदिशा,ग्रामीण खबर mp:

विदिशा जिले में भी विगत 29 मई से क्रियान्वित विकसित कृषि संकल्प अभियान का आज शुक्रवार 12 जून 2025 को सफलतापूर्वक समापन हुआ। 

आज विकासखंड ग्यारसपुर के ग्राम चीकली, बरवाई एवं धोखेड़ा में अभियान अंतर्गत कार्यक्रम आयोजित किए गए जिसमें विधायक हरिसिंह रघुवंशी भी शामिल हुये। ग्राम चीकली में आयोजित कार्यक्रम में संवोधित करते हुये विधायक हरिसिंह रघुवंशी ने कहा की बड़े-बड़े कृषि वैज्ञानिक अनुसंधान केन्द्रों  से निकलकर कृषक के ग्रामो और खेतो तक आ रहे है । स्थानीय कृषकों से चर्चा कर रहे है एवं स्थानीय खेती की आवश्यतकताओं काे समझ रहे है ताकि, कौन से नये अनुसंधानों की आवश्यकता है।

इसका ज्ञान वैज्ञानिकों को हो सके, साथ ही वर्तमान में कौन से अनुसंधान चल रहे हैं इससे सीधे किसानों को रूबरू कराया जा सके। यह सब केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की दूरगामी सोच का ही परिणाम है। जिसके लिये विकसित कृषि संकल्प अभियान पूरे देश में चलाया गया। कार्यक्रम में 350 से ज्यादा किसानों के साथ जनपद उपाध्यक्ष प्रीति शंकर दयाल शर्मा, जनपद सदस्य फारूख अली, मोकम सिंह, सरपंच सुकेन्दर किरार, देवकी हुकम सिंह,सुनील कुमार, राजाबाई टकलेस दरोह, मंडल अध्यक्ष त्योदा रोहित पटेल, भाजपा मंडल अध्यक्ष सिरनोटा नीलेश मीणा, भाजपा मंडल अध्यक्ष गंज बासोदा लाखन सिंह रघुवंशी आ‍दि उपस्थित थे। 

प्रशासनिक अधिकारियों में उप संचालक कृषि के.एस. खपेडिया, सहायक संचालक उद्यान गिरवाल, एसडीएम मनोज उपाध्याय, जनपद सीईओ जितेन्द्र जैन, सहायक कृषि यंत्री पीएस शाक्य, सचिव कृषि उपज मंडी नीलकमल वैद्य, वरिष्ठर कृषि विकास अधिकारी रूपेश बघेल के साथ समस्त कृषि विभाग का अमला  मौजूद रहा। एवं सभी विभागों के कर्मचारी उपस्थित रहे। 

कार्यक्रम में उपस्थित कृषि वैज्ञानिक आशा साहू द्वारा मृदा स्वास्थ्य कार्ड एवं नरवाई के उचित प्रबंधन के बारे में बताया। कृषि विज्ञान केन्द्र  रायसेन से आये कृषि वैज्ञानिक रंजीत सिंह राघव ने उन्नत किस्मों के बीज का प्रयोग, बीज उपचार की सही विधि, रिज एंड फरो तकनीक से सोयाबीन की बुवाई करने की सलाह दी। केन्द्री्य कृषि अभियांत्रिकी संस्थान  भोपाल से आये कृषि वैज्ञानिक वी आर भार्गव ने कृषि अभियांत्रिकी से अनुदान पर मिलने वाले यंत्रों, नरवाई प्रबंधन में प्रयोग किए जाने वाले सुपर सीडर, हेप्पीवसीडर, मलचर, रोटावेटर आदि के बारे में जानकारी दी। 

उपस्थित कृषकों ने दिखाई रूचि, वैज्ञानिकों से किये सवाल-जवाब:

कार्यक्रम में कृषकों की उपस्थिति सराहनीय रही। कृषकों ने वैज्ञानिकों से पूछा की ढालू जमीन पर कौन सी फसलें और किस्मों का चयन करना चाहिए। कुछ कृषकों ने जल्द पकने वाली मूंग की किस्मों के बारे में पूछा। जिसपर वैज्ञानिकों ने किसानों की जिज्ञासा का समाधान करते हुये संतुष्टिपूर्वक जवाब दिया। साथ ही डीएपी की जगह मौजूद वैकल्पिक खाद की जानकारी दी और बताया कि नैनो यूरिया एवं नैनो डीएपी किस तरह डीएपी से सस्ते एवं प्रभावशाली हैं। डॉ॰ अतुल पाटेडेकर ने बताया मानसून से पहले पशुओं का टीकाकरण कराना चाहिए। किसानों को सुझाया गया कि फसलों के साथ गाय, भैंस, बकरी, मुर्गी पालन किसानों को किस तरह लाभदायक हो सकता है।

सचिव कृषि उपज मंडी नीलकमल वैद्य ने बताया कि मंडी समिति द्वारा जैविक उत्पादों के लिए मंडी में एक विशेष स्थान की व्‍यवस्‍था की गई है। पशु विभाग के डॉक्टर वीएस मिर्धा ने विभिन्न विभागीय योजनाओं के बारे में कृषकों को विस्तार से जानकारी दी।

विकसित कृषि संकल्प अभियान का सफलतापूर्वक समापन:

29 मई 2025 से प्रारंभ हुया विकसित कृषि संकल्प  अभियान 15 दिवस चल कर आज  12 मई 2025 को सफलतापूर्वक समाप्त  हुआ। अभियान अंतर्गत जिले के  कुल 135 ग्रामों में 135 शिवरों को आयोजन किया गया जिसमें कुल 12315 कृषकों ने भाग लिया तथा कृषि वैज्ञानिक एवं अधिकारियों से सार्थक चर्चा कर विभागीय योजनाओं एवं उन्नत कृषि तकनीक की जानकारी प्राप्त की।


ग्रामीण खबर एमपी विदिशा जिला ब्यूरो चीफ यशवंत सिंह रघुवंशी।

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