भारतीय जनता पार्टी की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ सड़क पर संघर्ष करने वाले कार्यकर्ताओं को कांग्रेस संगठन में दी जाएगी प्राथमिकता।
कटनी जिले में कांग्रेस संगठन सृजन अभियान के दूसरे दिन 500 से अधिक कार्यकर्ताओं ने लिया भाग, 8 घंटे तक चली लगातार बैठकें, राष्ट्रीय व प्रदेश स्तर के पर्यवेक्षकों ने दिया मार्गदर्शन।
कटनी,ग्रामीण खबर mp:
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार मध्यप्रदेश में कांग्रेस संगठन को जमीनी स्तर पर सक्रिय, संगठित एवं संघर्षशील बनाने के उद्देश्य से चलाया जा रहा "कांग्रेस संगठन सृजन अभियान" तेजी से गति पकड़ चुका है। इस अभियान के अंतर्गत कटनी जिले में आयोजित कार्यक्रम के दूसरे दिन जिले के ग्रामीण अंचलों से आए 500 से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाग लेकर अपनी सक्रिय उपस्थिति दर्ज कराई।
कार्यक्रम की शुरुआत ब्लॉक अध्यक्षों की बैठक से हुई, जिसके बाद विभिन्न प्रकोष्ठों की बैठकें सम्पन्न की गईं। समापन जिला ग्रामीण क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की विस्तारित बैठक के साथ हुआ, जो कुल मिलाकर सुबह से लेकर शाम तक 8 घंटे की मैराथन चर्चा के रूप में आयोजित रही। बैठक में जिला कांग्रेस के पदाधिकारी, प्रकोष्ठों के प्रतिनिधि, महिला कार्यकर्ता, युवा नेता, संगठन मंत्री, अधिवक्ता संघ से जुड़े सदस्य तथा अन्य प्रमुख कांग्रेसजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय पर्यवेक्षक एवं छत्तीसगढ़ राज्य से विधायक राघवेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि कांग्रेस संगठन का उद्देश्य केवल औपचारिक नियुक्तियाँ करना नहीं है, बल्कि एक ऐसे ढांचे का निर्माण करना है जिसमें प्रत्येक कार्यकर्ता पंचायत से लेकर जिला स्तर तक अपनी जिम्मेदारी को समझे और सक्रिय भूमिका निभाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि संगठन में उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी, जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी की जनविरोधी और देशविरोधी नीतियों के खिलाफ सड़क पर उतरकर संघर्ष किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के मार्गदर्शन में सड़क से संसद तक लड़ाई लड़ रहा है, और संगठन को उसी सोच के अनुरूप कर्मठ, जिम्मेदार और संघर्षशील कार्यकर्ता चाहिए।
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा नियुक्त प्रदेश पर्यवेक्षक रमाशंकर सिंह पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि संगठन की मजबूती केवल चुनावों के समय या बड़े नेताओं की उपस्थिति तक सीमित नहीं होनी चाहिए। जो नेता या कार्यकर्ता केवल मंच पर दिखने तक सक्रिय होते हैं, उन्हें संगठन की आवश्यकता, आंदोलन और विचारधारा की गंभीरता को समझना होगा। उन्होंने सभी कांग्रेसजनों से आह्वान किया कि वे पार्टी के आंदोलनों, बैठकों एवं सृजनात्मक कार्यक्रमों में नियमित भागीदारी सुनिश्चित करें।
जिला कांग्रेस प्रभारी वीरेंद्र द्विवेदी ने कहा कि संगठन अनुशासन और निरंतरता से ही मजबूत होता है। उन्होंने दो टूक कहा कि जो कार्यकर्ता पार्टी के आंदोलनों से दूरी बनाए हुए हैं, अब उन्हें अपने घरों से बाहर निकलकर संगठन की ताकत बढ़ाने में योगदान देना चाहिए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि केवल पद लेना ही पर्याप्त नहीं, पद के अनुरूप जिम्मेदारी निभाना सबसे बड़ी प्राथमिकता होनी चाहिए।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष करण सिंह चौहान ने बताया कि जो भी सेक्टर, मंडलम एवं ब्लॉक अध्यक्ष अपने-अपने क्षेत्र में जिम्मेदारी से कार्य कर रहे हैं, उन्हें संगठन से अलग नहीं किया जाएगा। संगठन में कार्य करने की लगन, जनसंपर्क, संगठन विस्तार तथा नियमित सहभागिता को आधार मानते हुए निर्णय लिए जा रहे हैं।
इस अवसर पर उपस्थित प्रमुख नेताओं एवं कार्यकर्ताओं में जिला सेवादल अध्यक्ष पंकज गौतम, जिला कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष अजय कछवाहा, जिला अधिवक्ता संघ अध्यक्ष अमित शुक्ला, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष गण गुलाम जाफर, रविंद्र सिंह छोटू, विकास निगम, आनंद मिश्रा, शरद द्विवेदी, अंबिका प्रसाद द्विवेदी, रतिराम यादव, प्रदीप त्रिपाठी, कमल पांडे, आनंद पटेल, ईश्वर बाहरानी, पूर्व अध्यक्ष गुमान सिंह, शिक्षक प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष रामनरेश त्रिपाठी, पूर्व अध्यक्ष विजय पटेल, पूर्व विधायक निशिथ पटेल, पूर्व विधायक सौरभ सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष राजा जगवानी, संगठन मंत्री, जिला सचिव रॉबिन पीटर, महिला कांग्रेस अध्यक्ष रजनी वर्मा, महेंद्र जैन, कल्लू दास बैरागी, रविंद्र बाजपेई, लक्ष्मण गर्ग, सद्भावना प्रकोष्ठ अध्यक्ष जॉर्ज डेविड, आदिवासी प्रकोष्ठ अध्यक्ष ओंकार सिंह, विवेक गोल्डन पांडे, रोहित द्विवेदी, डॉ के एल जैन, संतोष यादव, अजय गर्ग, श्याम तिवारी, नीरज अग्रवाल, अजय वर्मा, शाहिद भाई, सुरेंद्र दुबे, शहजाद हुसैन, ब्रजराज सिंह परमार, अरविंद दुबे, शैलेंद्र पौराणिक, स्वतंत्र चौरसिया, रनजीत सिंह, नरेंद्र सैनी, नरेंद्र पौराणिक, अमित सिंह, अजय जैसवानी, प्रमिला मरावी, माधवी जैन, रनजीता सिंह, कललू विश्वकर्मा, जयशंकर उरमालिया, मुकेश परोहा, सत्तू सोनी, आदिवासी प्रकोष्ठ अजय गोटिया, सुरेंद्र तिवारी, गुड्डू वंश, स्वरूप चौरसिया, आरके पटेल आदि सैकड़ों कार्यकर्ता सम्मिलित रहे।
बैठक के अंत में यह संकल्प लिया गया कि आगामी समय में कांग्रेस की हर गतिविधि में प्रत्येक कार्यकर्ता सक्रिय भागीदारी निभाएगा और भारतीय जनता पार्टी के विरोध में जनहित की आवाज को और अधिक प्रभावशाली तरीके से उठाया जाएगा।