सिलौंडी सहकारी समिति से बसेहरा एवं घनहन मार्ग कीचड़ में तब्दील, आवागमन बाधित, 250 से अधिक किसान हो रहे परेशान।

 सिलौंडी सहकारी समिति से बसेहरा एवं घनहन मार्ग कीचड़ में तब्दील, आवागमन बाधित, 250 से अधिक किसान हो रहे परेशान।

बारिश के शुरुआती दौर में ही कीचड़ से भरा मुख्य मार्ग, जनसुनवाई और ग्राम सभा में शिकायतों के बावजूद नहीं हुई कोई कार्यवाही, ग्रामीणों ने चेताया—अब करेंगे भूख हड़ताल।

सिलौंडी,ग्रामीण खबर mp:

कटनी जिले के ग्रामीण क्षेत्र सिलौंडी में सहकारी समिति से बसेहरा और घनहन की ओर जाने वाला मुख्य मार्ग किसानों और ग्रामीणों के लिए बड़ी मुसीबत का कारण बन गया है। पहली ही बारिश में यह मार्ग बुरी तरह कीचड़ में तब्दील हो गया है। स्थिति यह है कि ग्रामीणों का पैदल चलना भी दूभर हो गया है, जबकि दुपहिया व चौपहिया वाहन पूरी तरह कीचड़ में फंस रहे हैं। इस मार्ग से प्रतिदिन गुजरने वाले लगभग 250 से अधिक किसान एवं ग्रामीण भारी संकट में हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि यह मार्ग केवल खेती-किसानी के लिए ही नहीं, बल्कि सहकारी समिति तक खाद-बीज लाने, उपज ले जाने और अन्य प्रशासनिक एवं निजी कार्यों के लिए भी बेहद आवश्यक है। लेकिन जैसे ही मानसून की पहली बारिश हुई, पूरा रास्ता दलदल में बदल गया। इससे न केवल किसानों की फसल संबंधित गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं, बल्कि स्कूल जाने वाले बच्चों, महिलाओं, वृद्धजनों और मरीजों को भी आने-जाने में भारी कठिनाई हो रही है।

किसान नीरज राय, रविंद्र काछी, राम लाल काछी, संजय कच्छी सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि इस गंभीर समस्या को लेकर उन्होंने 5 फरवरी 2025 को कटनी कलेक्टर की जनसुनवाई में भी शिकायत दर्ज कराई थी। उसके बाद कई बार ग्राम पंचायत में आवेदन दिए गए। ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित कर संबंधित विभाग को भेजा गया, लेकिन अब तक केवल आश्वासन ही मिले हैं, ठोस कार्रवाई नहीं की गई।

ग्राम पंचायत की ओर से बताया गया कि इस मार्ग का निर्माण लगभग 25 लाख रुपये की लागत से होना संभावित है, जिसे पंचायत अकेले नहीं बना सकती। इसलिए मामला विभाग के पास भेजा गया है। दूसरी ओर, संबंधित विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस निर्माण के लिए आवश्यक बजट नहीं है, जिसके चलते कार्य में देरी हो रही है।

ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायत और विभाग दोनों जिम्मेदारी एक-दूसरे पर डालकर पल्ला झाड़ रहे हैं। परिणामस्वरूप, किसानों को हर दिन कीचड़ और फिसलन में जान जोखिम में डालकर निकलना पड़ रहा है। अनेक वाहनचालक कीचड़ में फंस चुके हैं, जिससे न सिर्फ नुकसान हुआ, बल्कि अपातकालीन स्थितियों में समय पर मदद भी नहीं मिल पा रही।

किसानों का कहना है कि उन्होंने सरपंच, जनपद सदस्य, जिला पंचायत सदस्य, विधायक, सांसद से लेकर कलेक्टर और एसडीएम तक को ज्ञापन सौंपा है। बावजूद इसके अब तक न कोई सर्वे हुआ और न ही किसी ने मौके पर आकर स्थिति देखी।

अब ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र इस मार्ग के निर्माण की प्रक्रिया शुरू नहीं की गई, तो वे सामूहिक भूख हड़ताल और धरना प्रदर्शन करेंगे। यह आंदोलन तब तक चलेगा, जब तक शासन-प्रशासन इस मार्ग के प्रति गंभीरता नहीं दिखाता।

ग्रामीणों ने यह भी मांग की है कि आगामी फसल सीजन को देखते हुए इस सड़क को प्राथमिकता से दुरुस्त किया जाए, ताकि खाद-बीज लाना-लेजाना और कृषि उपकरणों का आवागमन बाधित न हो। इसके अलावा स्कूल व स्वास्थ्य केंद्र से जुड़े कार्यों के लिए भी यह मार्ग आवश्यक है।

अंततः ग्रामीणों ने प्रशासन से अपील की है कि बिना और देर किए, मार्ग निर्माण की प्रक्रिया तत्काल शुरू की जाए, ताकि सिलौंडी क्षेत्र के किसानों को राहत मिल सके और क्षेत्र की विकास गति सुचारू बनी रहे।


प्रधान संपादक:अज्जू सोनी,ग्रामीण खबर mp
संपर्क सूत्र:9977110734

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