सिलौंडी के शासकीय स्कूलों की ऐतिहासिक सफलता: बोर्ड परीक्षा में शानदार प्रदर्शन से गांव में उत्सव जैसा माहौल।
शासकीय बालक हायर सेकंडरी स्कूल और कन्या हाई स्कूल के छात्रों ने 10वीं और 12वीं कक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सिलौंडी गांव का नाम रोशन किया, ग्रामीणों में खुशी की लहर।
सिलौंडी,ग्रामीण खबर mp:
सिलौंडी गांव के लिए इस वर्ष की बोर्ड परीक्षाएं गर्व और प्रेरणा का विषय बन गई हैं। गांव के दोनों प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों — शासकीय बालक हायर सेकंडरी स्कूल और शासकीय कन्या हाई स्कूल — ने 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में अद्वितीय सफलता हासिल की है। विद्यार्थियों की मेहनत, शिक्षकों के समर्पण और अभिभावकों के सहयोग के चलते पूरे गांव में उत्सव जैसा माहौल है।
शासकीय बालक हायर सेकेंडरी स्कूल, जो कई वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर प्रगति कर रहा है, ने इस वर्ष एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। विद्यालय के प्राचार्य योगेश मरकर के कुशल नेतृत्व में इस बार कक्षा 10वीं में कुल 32 में से 31 छात्र पास हुए, और कक्षा 12वीं में 53 में से 51 छात्रों ने सफलता प्राप्त की। यह 96.96 प्रतिशत का उत्तीर्णता प्रतिशत पूरे क्षेत्र में स्कूल की श्रेष्ठता का प्रमाण है।
कक्षा 12वीं के छात्र जयराज श्रीवास, जिन्होंने 85.8 प्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान प्राप्त किया, गांव के लिए प्रेरणास्रोत बन गए हैं। उनके पिता संतोष श्रीवास गांव में पान की दुकान चलाते हैं, जबकि उनकी मां अभिलाषा श्रीवास एक गृहिणी हैं। सीमित संसाधनों में रहकर भी जयराज ने यह सिद्ध किया है कि लगन और अनुशासन से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
इसी प्रकार, कक्षा 10वीं में आशिक चक्रवर्ती ने 90 प्रतिशत अंक प्राप्त कर विद्यालय में शीर्ष स्थान हासिल किया है। आशिक के पिता बबलू राम चक्रवर्ती और माता दोनों ही ईंट निर्माण जैसे श्रमसाध्य कार्यों में लगे हुए हैं। उनके परिवार की मेहनत और त्याग इस उपलब्धि में स्पष्ट झलकता है।
शासकीय कन्या हाई स्कूल की छात्राएं भी पीछे नहीं रहीं। विद्यालय की छात्रा हर्षिता तिवारी ने कक्षा 10वीं में 90.4 प्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान प्राप्त किया। उनके पिता विजयशंकर तिवारी एक नल मिस्त्री हैं। हर्षिता की यह सफलता न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे गांव की बेटियों के लिए प्रेरणा है।
कक्षा 12वीं में सौम्या चोबे और शिवानी मरावी ने संयुक्त रूप से प्रथम स्थान प्राप्त किया है। दोनों ने 87.4 प्रतिशत अंक प्राप्त कर नारी शिक्षा के क्षेत्र में एक नई मिसाल पेश की है। सौम्या के पिता बालमुकुंद चोबे और शिवानी के पिता पजीतेंद मरावी ने अपनी बेटियों को पढ़ाने के लिए हरसंभव प्रयास किया, जिसका परिणाम अब सभी के सामने है।
इन सभी उपलब्धियों के पीछे शिक्षकों की अथक मेहनत और मार्गदर्शन भी प्रमुख भूमिका निभाता है। शासकीय बालक हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य तुलसी नामदेव, अंकुल बर्मन, सुभाष बागरी और अन्य सभी शिक्षकों ने विद्यार्थियों को निरंतर प्रेरित किया। वहीं शासकीय कन्या हाई स्कूल में प्राचार्य विशाल वरकडे, जीवनलाल बागरी सहित पूरे स्टाफ ने अपनी ज़िम्मेदारी को बखूबी निभाया।
इन दोनों विद्यालयों ने यह सिद्ध कर दिया है कि समर्पित शिक्षक, मेहनती छात्र और सहयोगी अभिभावक मिलकर किसी भी गांव को शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक पहुंचा सकते हैं।
गांव के वरिष्ठ नागरिकों, जनप्रतिनिधियों और समाजसेवियों ने भी इस परीक्षा परिणाम पर प्रसन्नता व्यक्त की है। उन्होंने शिक्षकों और छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि इस प्रकार की सफलताएं ही गांव को आगे बढ़ने की दिशा में प्रेरित करती हैं।
सिलौंडी में शिक्षा के प्रति बढ़ते रुझान, छात्र-छात्राओं की लगन और संस्थाओं की गुणवत्ता देखकर यह कहा जा सकता है कि आने वाले वर्षों में यह गांव न केवल जिला बल्कि राज्य स्तर पर भी शैक्षणिक उत्कृष्टता का प्रतीक बन सकता है।