ग्रामीण चेतना की मिसाल,सिलोड़ी से नेगई और पाली तक निकली भव्य जल संकल्प यात्रा।
जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत दीपदान एवं जन संवाद के साथ समापन, जल संरक्षण को लेकर ग्रामीणों में जागरूकता का संचार।
सिलौड़:
आज दिनांक 25 अप्रैल 2025 को जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद द्वारा सेक्टर क्रमांक 3 में एक भव्य एवं प्रेरणादायी जल संकल्प यात्रा का आयोजन किया गया। यह आयोजन परामर्शदाता, नवांकुर संस्था, प्रस्फुटन समिति, एवं विकासखंड समन्वयक बबीता शाह के नेतृत्व में छात्रों की सहभागिता के साथ सम्पन्न हुआ। जल यात्रा की शुरुआत सिलोड़ी ग्राम स्थित आंगनवाड़ी केंद्र के समीप स्थित छोटी मढ़िया से की गई, जहां से ग्रामीणों, छात्राओं, शिक्षकगणों, सीएमसीएलडीपी छात्रों एवं जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में जल संरक्षण का संकल्प लेते हुए यात्रा का शुभारंभ हुआ।
इस जल संकल्प यात्रा का मुख्य उद्देश्य ग्रामवासियों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करना तथा उन्हें जल की महत्ता से अवगत कराना था। यात्रा सिलोड़ी ग्राम के विभिन्न मार्गों से होती हुई नेगई ग्राम पहुंची, जहां ग्राम पंचायत भवन में एक जन संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस संवाद के माध्यम से ग्रामीणों को जल के महत्व, संरक्षण के उपायों, और जलवायु परिवर्तन के दुष्परिणामों के प्रति जागरूक किया गया। वक्ताओं ने बताया कि यदि आज जल के प्रति सतर्कता नहीं बरती गई, तो भविष्य में गंभीर संकट खड़ा हो सकता है।
नेगई से आगे यह यात्रा ग्राम पाली के मढ़िया स्थल पहुंची, जहां से संकल्प यात्रा पुनः आरंभ होकर पूरे ग्राम में भ्रमण करते हुए ग्राम की प्रमुख नदी तक पहुंची। नदी किनारे गहन आस्था और श्रद्धा के साथ दीपदान का आयोजन किया गया, जो इस यात्रा का समापन बिंदु था। इस अवसर पर गांव की महिलाओं और बच्चों ने पारंपरिक नारे लगाकर एवं जल संरक्षण के संदेशों के साथ पूरे वातावरण को प्रेरणादायक बना दिया। दीपों की रौशनी में झिलमिलाती नदी मानो जल चेतना की अलख जगा रही थी।
इस आयोजन में ग्राम पंचायत सिलौड़ी के उपसरपंच राहुल राय, सचिव शालिग्राम तिवारी, जनशिक्षक संतोष बर्मन, श्रीलाल, विनोद बागरी, ग्राम पंचायत जीआरएस, सचिव, ग्राम पंचायत सचिव पाली, अमरेश राय (सहायक सचिव), धीरज जैन (नेगई), रामशरण राजभर सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम में परामर्शदाता सत्येंद्र सिंह राजपूत एवं सुरेश कुमार की अहम भूमिका रही।
सीएमसीएलडीपी के छात्र अमित हल्दकार, अजय रजक, साक्षी, मनीष बर्मन, मुकेश कुमार, जयंत मेहरा एवं नवांकुर संस्था सिलोड़ी के प्रतिनिधि विकास हल्दकार ने भी यात्रा को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
ग्रामवासियों ने पूरे हर्षोल्लास एवं प्रतिबद्धता के साथ इस यात्रा में भाग लिया। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक ने हाथों में जल संरक्षण से संबंधित संदेशों की तख्तियां लेकर लोगों को जागरूक किया। नारा लगाया गया – "जल है तो कल है", "जल बचाओ, जीवन बचाओ"।
यह संकल्प यात्रा सिर्फ एक आयोजन नहीं थी, बल्कि यह ग्रामीण चेतना का वह स्वरूप था जिसमें सामूहिक भागीदारी के साथ एक सकारात्मक सामाजिक बदलाव की शुरुआत देखने को मिली। इस आयोजन ने न सिर्फ ग्रामीणों में पर्यावरणीय चेतना जागृत की बल्कि अगली पीढ़ियों के लिए जल स्रोतों को संरक्षित करने का संदेश भी दिया।
सिलोड़ी, नेगई और पाली जैसे ग्रामों में यह पहल ग्रामीण सहभागिता की जीवंत मिसाल बनी और आने वाले समय में जल संरक्षण हेतु सामुदायिक प्रयासों को मजबूती प्रदान करेगी।