कटनी के मिशन चौक में अल्पसंख्यक कांग्रेस का आतंकवाद के विरुद्ध विशाल प्रदर्शन,पुतला दहन कर जताया राष्ट्रव्यापी आक्रोश।
कश्मीर में हुए आतंकी हमले के विरोध में मुस्लिम समाज ने एक स्वर में आतंकवाद की निंदा की, पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए भारत सरकार के निर्णयों को समर्थन का ऐलान
कटनी:
बीते दिनों कश्मीर में हुए जघन्य आतंकी हमले के विरोध में देशभर में रोष है, इसी कड़ी में कटनी जिले में भी मुड़वारा ब्लॉक कांग्रेस एवं जिला शहर अल्पसंख्यक कांग्रेस के तत्वाधान में आतंकवाद के खिलाफ एक विशाल प्रदर्शन कर आयोजन किया गया। यह विरोध प्रदर्शन जिला अल्पसंख्यक कांग्रेस अध्यक्ष आफताब चोखे भाईजान एवं ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गुलाम जफर के नेतृत्व में आयोजित किया गया। प्रदर्शन का मुख्य स्थल शहर का प्रमुख चौराहा मिशन चौक रहा, जहां आतंकवाद का प्रतीकात्मक पुतला दहन कर विरोध प्रकट किया गया।
प्रदर्शन के दौरान मुस्लिम समाज के कई प्रमुख एवं वरिष्ठ सदस्य विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस आयोजन ने न केवल आतंकवाद के प्रति जनभावनाओं को उजागर किया बल्कि यह भी स्पष्ट किया कि भारत का मुस्लिम समाज राष्ट्र की एकता, अखंडता और सुरक्षा के प्रति पूर्णतः प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर अपने उद्बोधन में अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष आफताब भाई जान ने कहा कि कश्मीर में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस तरह की घटनाएं सिर्फ एक क्षेत्र विशेष को ही नहीं बल्कि पूरे देश की आत्मा को घायल करती हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ सभी वर्गों को एकजुट होकर आवाज उठानी चाहिए, क्योंकि यह मानवता के खिलाफ सबसे बड़ा अपराध है। उन्होंने यह भी कहा कि देश की सुरक्षा और शांति को खतरे में डालने वाली हर ताकत के खिलाफ हम सदैव सरकार और सुरक्षाबलों के साथ खड़े रहेंगे।
ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष गुलाम जफर ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आज भारत का मुस्लिम समाज, देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत है और पाकिस्तान की नापाक हरकतों का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सरकार द्वारा उठाए जाने वाले हर कदम का समर्थन करेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारतीय मुस्लिम समाज की निष्ठा भारत माता के प्रति है और आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई किसी धर्म के खिलाफ नहीं, बल्कि अमन और इंसानियत के दुश्मनों के विरुद्ध है।
इस प्रदर्शन में प्रदेश कांग्रेस के पूर्व महामंत्री कैस अहमद, लिप्पू भाई, नगीना मस्जिद के पेश इमाम अब्दुल रहीम मोजन साहब, अब्दुल रहीम, शकील भाईजान, हाजी नूर उल हक, अजमेर भाई, सपक कुरैशी, मुफीद कुरैशी, ईशा खान, सिकंदर भाई, पूर्व पार्षद नासिर खान, इलियास भाई, मोहसिन भाई, अरशद भाई, आफताब अली, तैयब भाई, मोहम्मद सलीम, मोहसिन खान, फैजान, फरहान, मोहम्मद शरीफ, नादिर भाई जान चिप वाले, हाशिम भाई, जमाल भाई सहित सैकड़ों की संख्या में अल्पसंख्यक समाज के लोग उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने इस बात पर बल दिया कि आतंकवाद का कोई मजहब नहीं होता और इस प्रकार की घटनाओं से भारत की गंगा-जमुनी तहज़ीब को तोड़ा नहीं जा सकता। साथ ही युवाओं से अपील की गई कि वे सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों से सावधान रहें और देश की एकता व अखंडता बनाए रखने में अपनी भूमिका निभाएं।
इस कार्यक्रम ने यह संदेश स्पष्ट रूप से दिया कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई केवल सरकार या सुरक्षाबलों की नहीं, बल्कि प्रत्येक देशवासी की है और भारत का मुस्लिम समाज इस जिम्मेदारी को पूरी ईमानदारी और मजबूती से निभा रहा है। कटनी का यह प्रदर्शन एक उदाहरण है कि कैसे देशभर में सभी वर्ग आतंक के खिलाफ एकजुट होकर खड़े हैं।