दशरमन की बेटी भावना शुक्ला ने मध्यप्रदेश संविदा पात्रता परीक्षा में हासिल किया दूसरा स्थान।
गांव से निकली होनहार बेटी ने प्रदेश स्तर पर किया नाम रोशन, जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने दी शुभकामनाएं।
दशरमन,ग्रामीण खबर MP।
कटनी जिले के अंतर्गत एक छोटे से गांव दशरमन की बेटी भावना शुक्ला ने अपनी लगन और परिश्रम के बल पर मध्यप्रदेश संविदा पात्रता परीक्षा में पूरे प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त कर अभूतपूर्व सफलता अर्जित की है। भावना की इस उपलब्धि ने न सिर्फ परिवार, बल्कि पूरे गांव और क्षेत्र का मान बढ़ाया है। ग्रामीण अंचल से निकलकर प्रदेश स्तर पर नाम कमाने वाली इस बेटी ने यह साबित कर दिया है कि कठिन परिस्थितियों और सीमित संसाधनों के बावजूद यदि लक्ष्य के प्रति दृढ़ निश्चय हो तो सफलता निश्चित है।
भावना शुक्ला, पिता महेंद्र शुक्ला की पुत्री हैं। एक सामान्य परिवार से होने के बावजूद उन्होंने कभी हार नहीं मानी और निरंतर अध्ययन व तैयारी करते हुए अपने सपनों को साकार किया। परिवार ने भी हर कदम पर उनका साथ दिया और शिक्षा की राह में आने वाली चुनौतियों को पार करने में सहयोग किया। भावना की सफलता से यह भी सिद्ध हुआ है कि ग्रामीण परिवेश में पलने-बढ़ने वाले छात्र-छात्राएं भी अवसर मिलने पर प्रदेश और देश स्तर तक अपनी पहचान बना सकते हैं।
इस उल्लेखनीय सफलता पर पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई। बधाई देने वालों का तांता लग गया। क्षेत्र की जिला पंचायत सदस्य कविता पंकज राय ने कहा कि भावना ने अपने कठिन परिश्रम और दृढ़ संकल्प से यह स्थान हासिल कर गांव का गौरव बढ़ाया है। भाजपा मंडल अध्यक्ष मनीष सिंह बागरी ने कहा कि यह उपलब्धि पूरे समाज के लिए प्रेरणा है और आने वाली पीढ़ी को आगे बढ़ने का उत्साह प्रदान करेगी। ग्रामपंचायत के सरपंच सीमा भरत शुक्ला ने भी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि भावना की सफलता से गांव की बेटियों के आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और वे भी उच्च शिक्षा एवं प्रतियोगी परीक्षाओं की ओर प्रेरित होंगी। वरिष्ठ नेता भगवती शुक्ला ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि यह उपलब्धि क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक है।
ग्रामीणों का कहना है कि भावना शुक्ला ने कठिन मेहनत और धैर्य से यह मुकाम पाया है। उनके प्रयास से यह संदेश गया है कि सफलता पाने के लिए जरूरी है निरंतरता और आत्मविश्वास। क्षेत्र के युवाओं को उनकी उपलब्धि से नई ऊर्जा और प्रेरणा मिल रही है। कई छात्रों ने कहा कि भावना की कहानी उनके लिए मार्गदर्शक होगी और वे भी अपने सपनों को साकार करने के लिए अधिक मेहनत करेंगे।
भावना शुक्ला की यह सफलता केवल व्यक्तिगत गौरव का विषय नहीं है, बल्कि पूरे समाज और जिले के लिए प्रेरणादायी उदाहरण है। यह उपलब्धि दर्शाती है कि यदि बेटियों को उचित शिक्षा, अवसर और प्रोत्साहन मिले तो वे किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकती हैं। ग्रामीण अंचल की यह बेटी अब पूरे प्रदेश में आदर्श बन गई है।
भावना की मेहनत और सफलता ने यह सिद्ध कर दिया है कि शिक्षा ही वह मार्ग है जो गांवों और कस्बों की तस्वीर बदल सकता है। उनके द्वारा अर्जित की गई यह उपलब्धि आने वाले वर्षों तक युवाओं को प्रेरित करती रहेगी। क्षेत्रवासियों का मानना है कि भावना जैसे प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं की सफलता से गांव और जिला ही नहीं, बल्कि पूरा प्रदेश गौरवान्वित होता है।
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