ढीमरखेडा पुलिस को 24 घंटे में मिली बड़ी सफलता,ऑपरेशन मुस्कान के तहत नाबालिक बालिका दस्तयाब।
एसपी कटनी के निर्देश पर चला अभियान, थाना प्रभारी अभिषेक चौबे व टीम की तत्परता से परिजनों को सौंपी गई बच्ची।
ढीमरखेडा,ग्रामीण खबर MP।
जिले में चल रहे ऑपरेशन मुस्कान अभियान के तहत ढीमरखेडा पुलिस ने मात्र 24 घंटे के भीतर गुमशुदा नाबालिक बालिका को सुरक्षित ढूंढ निकालने में सफलता प्राप्त की है। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक कटनी अभिनय विश्वकर्मा के निर्देश पर की गई, जिसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. संतोष डेहरिया और एसडीओपी स्लीमनाबाद आकांक्षा चतुर्वेदी के मार्गदर्शन तथा थाना प्रभारी निरीक्षक अभिषेक चौबे के नेतृत्व में विशेष टीम ने सक्रियता दिखाई।
घटना का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि 24 सितंबर 2025 को एक फरियादी थाना ढीमरखेडा पहुंचा और रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी नाबालिक पुत्री 23 सितंबर को घर से यह कहकर निकली थी कि उसे सेंट्रल बैंक से पैसा निकालना है, लेकिन देर रात तक घर नहीं लौटी। परिवार के चिंतित होने पर मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना पुलिस ने तुरंत अपराध क्रमांक 401/25 धारा 137(2) बीएनएस के तहत प्रकरण दर्ज किया और बालिका की तलाश शुरू कर दी।
जैसे ही मामला दर्ज हुआ, ढीमरखेडा पुलिस ने तत्काल जांच शुरू कर दी। थाना प्रभारी अभिषेक चौबे ने अपनी टीम के साथ सुराग जुटाना प्रारंभ किया। गांव और आसपास के क्षेत्रों में पूछताछ की गई, संदिग्ध स्थानों पर दबिश दी गई तथा परिजनों और रिश्तेदारों से लगातार संवाद बनाए रखा गया। पुलिस ने तकनीकी साधनों का भी उपयोग किया और हर उस स्थान पर जांच की जहाँ बच्ची के जाने की संभावना थी।
पुलिस की मेहनत रंग लाई और महज 24 घंटे के भीतर ही नाबालिक बालिका को सुरक्षित दस्तयाब कर लिया गया। बच्ची को दस्तयाब करने के बाद आवश्यक औपचारिकताएँ पूरी कर उसे सकुशल परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। बच्ची के सुरक्षित लौटने से परिवार के साथ-साथ पूरे क्षेत्र में राहत की लहर दौड़ गई।
इस पूरे अभियान में थाना प्रभारी निरीक्षक अभिषेक चौबे की नेतृत्व क्षमता और सतर्कता महत्वपूर्ण रही। उनके साथ उपनिरीक्षक जयपाल सिंह, प्रधान आरक्षक सुब्बचन यादव और आरक्षक देवेन्द्र अहिरवार का भी विशेष योगदान रहा। टीम ने बिना समय गँवाए अथक परिश्रम किया और परिजनों को उनकी बेटी सुरक्षित लौटाकर ऑपरेशन मुस्कान की सार्थकता सिद्ध कर दी।
पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा ने भी टीम की इस उपलब्धि की सराहना की और कहा कि जिले में गुमशुदा बच्चों को सुरक्षित खोजकर परिजनों से मिलवाना ही ऑपरेशन मुस्कान का प्रमुख उद्देश्य है। ऐसे मामलों में पुलिस की तत्परता यह दर्शाती है कि प्रशासन नागरिकों की सुरक्षा और विश्वास बहाली के लिए पूरी तरह गंभीर है।
गौरतलब है कि ऑपरेशन मुस्कान पुलिस विभाग की एक विशेष पहल है, जिसका उद्देश्य लापता और गुमशुदा बच्चों को जल्द से जल्द खोजकर उनके परिजनों से मिलाना है। इस अभियान से न केवल परिवारों की चिंता दूर होती है बल्कि समाज में पुलिस के प्रति विश्वास भी मजबूत होता है। ढीमरखेडा पुलिस की इस सफलता ने साबित कर दिया है कि यदि टीम भावना और त्वरित कार्रवाई हो तो कठिन से कठिन चुनौती को भी समय रहते हल किया जा सकता है।
ग्रामीण खबर MP-
जनमानस की निष्पक्ष आवाज
प्रधान संपादक:अज्जू सोनी |संपर्क:9977110734
