विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत कृषकों को दी जा रही उन्नत तकनीकों की जानकारी।

 विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत कृषकों को दी जा रही उन्नत तकनीकों की जानकारी।

सिलौंडी पंचायत में कृषि वैज्ञानिकों एवं अधिकारियों की उपस्थिति में हुआ जागरूकता कार्यक्रम, योजनाओं की दी गई विस्तृत जानकारी।

सिलौंडी,ग्रामीण खबर MP:

राज्य शासन के निर्देशानुसार ग्रामीण अंचलों में कृषि क्षेत्र के सतत विकास और किसानों को वैज्ञानिक पद्धतियों से जोड़ने के उद्देश्य से "विकसित कृषि संकल्प अभियान" संचालित किया जा रहा है। इसी कड़ी में दिनांक 12 जून 2025 को ग्राम पंचायत सिलौंडी के अंतर्गत ग्राम कछार में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें कृषि से जुड़ी आधुनिक तकनीकों और विभागीय योजनाओं की जानकारी कृषकों को दी गई।

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य किसानों को पारंपरिक खेती से आगे बढ़कर उन्नत तकनीकों की ओर प्रेरित करना, उत्पादन बढ़ाना, लागत कम करना और कृषि क्षेत्र को लाभकारी बनाना था। कार्यक्रम की शुरुआत गणमान्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन एवं स्वागत भाषण से की गई। आयोजन में बड़ी संख्या में कृषकों की उपस्थिति देखने को मिली, जो कृषि की नवीनतम जानकारी पाने को उत्साहित थे।

कार्यक्रम में वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. अजय तोमर और कृषि वैज्ञानिक डॉ. आर. के. मिश्रा ने उन्नत बीज, समसामयिक फसलों की विशेषताएं, मिट्टी परीक्षण के लाभ, जैविक खेती के फायदे, ड्रिप व स्प्रिंकलर सिंचाई, कीट एवं रोग नियंत्रण की आधुनिक विधियाँ जैसे विषयों पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सही जानकारी और वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाकर किसान कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं।

वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी आर. एस. श्याम ने शासन की विभिन्न योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, किसान सम्मान निधि, आत्मा योजना, कृषि क्रेडिट कार्ड, और बीज अनुदान जैसी योजनाओं के आवेदन, पात्रता और लाभ की प्रक्रिया को स्पष्ट किया। वहीं वरिष्ठ उद्यानिकी विकास अधिकारी आर. एम. प्रजापति ने फल एवं सब्जी उत्पादन में बढ़ती संभावनाओं पर चर्चा करते हुए किसानों को विविधता लाने की सलाह दी।

इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष मनीष सिंह बागरी, प्रशांत राय, रवि अवस्थी, नीरज राय, पंचायत सचिव शालिग्राम तिवारी, कृषि विस्तार अधिकारी रामेश्वर पंथी, रोजगार सहायक अमरीश राय, अरुण राय, रामफल काछी, पंच पुनीत सेन, विकास हल्दकार, रक्षा चक्रवर्ती और साक्षी काछी की उपस्थिति से कार्यक्रम की उपयोगिता और प्रभावशीलता में वृद्धि हुई।

कार्यक्रम के अंतर्गत 'किसान-वैज्ञानिक संवाद' सत्र आयोजित किया गया, जिसमें किसानों ने अपनी समस्याएं, शंकाएं एवं स्थानीय परिस्थिति आधारित प्रश्न सीधे वैज्ञानिकों और अधिकारियों से पूछे। विशेषज्ञों ने विस्तार से उत्तर देकर समाधान प्रस्तुत किया। किसानों ने इस प्रयास की सराहना करते हुए ऐसे कार्यक्रमों को नियमित रूप से आयोजित किए जाने की मांग की जिससे उन्हें नवीनतम जानकारी निरंतर प्राप्त होती रहे।

कार्यक्रम के समापन पर उपस्थित सभी कृषकों को कृषि विभाग द्वारा प्रकाशित मार्गदर्शिका, बीज ब्रोशर, संपर्क पुस्तिका, एवं फॉर्म्स वितरित किए गए। यह आयोजन ग्रामीण स्तर पर कृषि जागरूकता की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में सामने आया है, जिससे न केवल किसानों को लाभ मिलेगा, बल्कि समग्र कृषि विकास को भी गति मिलेगी।


प्रधान संपादक:अज्जू सोनी,ग्रामीण खबर MP
संपर्क सूत्र:9977110734

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