साप्ताहिक बाजार में व्यापारी और राहगीर परेशान, नहीं मिल रही प्रसाधन और पानी की सुविधा।

 साप्ताहिक बाजार में व्यापारी और राहगीर परेशान, नहीं मिल रही प्रसाधन और पानी की सुविधा।

हर वर्ष 5 लाख की आय देने के बावजूद पंचायत नहीं दे रही मूलभूत सुविधाएं, जाम और दुर्घटनाओं का खतरा।

सिलौड़ी,ग्रामीण खबर MP:

कटनी जिले की सबसे बड़ी और ऐतिहासिक साप्ताहिक बाजार सिलौड़ी, जहां बीते लगभग 100 वर्षों से हर बुधवार को भीड़ जुटती है, आज बुनियादी सुविधाओं के अभाव में बदहाल स्थिति में पहुंच गई है। इस बाजार से पंचायत को हर वर्ष लगभग 5 लाख रुपये की आय होती है, लेकिन इसके बावजूद व्यापारियों और राहगीरों को प्रसाधन और पेयजल जैसी जरूरी सुविधाएं नहीं मिल पा रहीं।

व्यापारियों का कहना है कि बाजार में हर बुधवार को लगभग 300 से 350 दुकानें लगती हैं और पंचायत प्रत्येक दुकान से ₹30 का साप्ताहिक कर वसूलती है। इसके बावजूद शौचालय और पीने के पानी की कोई स्थायी व्यवस्था नहीं है। महिलाएं और बुजुर्ग खुले में इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं। व्यापारियों ने पूछा है कि जब सुविधा नहीं दी जा रही तो फिर यह कर किसलिए लिया जा रहा है?

स्थानीय दुकानदारों की एक अन्य चिंता सड़क पर फैलते ठेले और दुकानें हैं, जिनकी वजह से पैदल चलने वालों को तकलीफ होती है और सड़क दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। कई लोग बाजार में वाहन खड़ा करके खरीदारी करने चले जाते हैं, जिससे मार्ग पूरी तरह बाधित हो जाता है और जाम की स्थिति उत्पन्न होती है।

स्थानीय निवासी राहुल चक्रवर्ती और मनी राय ने बताया कि कई बार तो बाजार से निकलने में एक घंटे से भी अधिक समय लग जाता है। उन्होंने कहा कि महिलाएं, छात्राएं, बुजुर्ग और व्यापारी सभी इस बदइंतजामी से परेशान हैं।

व्यापारी संघ और क्षेत्र के नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि बाजार में दोपहर 12 बजे से रात 8 बजे तक वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जाए ताकि बाजार में भीड़ और जाम से राहत मिल सके। साथ ही, नेगई, तिलमन और पाली की ओर जाने वाले वाहनों को भारत नगर के पुल से वैकल्पिक मार्ग से भेजा जाए, ताकि बाजार क्षेत्र की सड़कों पर दबाव कम हो।

स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह बाजार न केवल व्यापार का केंद्र है बल्कि कई परिवारों के जीवनयापन का आधार भी है। इसके बावजूद यहां न शौचालय की सुविधा है, न पानी की व्यवस्था और न ही यातायात नियंत्रण की कोई ठोस योजना।

ग्रामीणों का यह भी कहना है कि जब पंचायत बाजार से नियमित रूप से आय अर्जित कर रही है, तो उसका उपयोग बाजार की सुविधाएं सुधारने में क्यों नहीं किया जा रहा? लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र समाधान नहीं किया गया, तो वे आंदोलन या विरोध प्रदर्शन के लिए विवश होंगे।

प्रशासन और पंचायत से मांग की गई है कि सिलौड़ी साप्ताहिक बाजार स्थल पर शौचालय, स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था, ठेले वालों के लिए निर्धारित स्थल और ट्रैफिक व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि व्यापारियों, राहगीरों और आम नागरिकों को राहत मिल सके।


प्रधान संपादक:अज्जू सोनी,ग्रामीण खबर MP
संपर्क सूत्र:9977110734

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