सिहोरा जिला की मांग पर गरजे सिहोरावासी,भाजपा के वादों पर फूटा आक्रोश।
धरना प्रदर्शन में दिग्गज नेताओं की झूठी घोषणाओं पर उठे सवाल, विधायक बरकड़े की पहल पर प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर से की मुलाकात।
सिहोरा,ग्रामीण खबर mp:
सिहोरा को जिला बनाने की मांग को लेकर शुक्रवार को लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति के बैनर तले बस स्टैंड सिहोरा में जबरदस्त प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन के दौरान सैकड़ों सिहोरावासियों ने केंद्र व राज्य सरकार के वरिष्ठ नेताओं पर झूठे वादे करने का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की। आंदोलनकारियों ने उमा भारती, स्मृति ईरानी, प्रह्लाद पटेल, शिवराज सिंह चौहान जैसे दिग्गज नेताओं पर जिला बनाने की घोषणा कर जनता से विश्वासघात करने का आरोप लगाया।
धरना स्थल पर लगे पोस्टरों ने सबका ध्यान आकर्षित किया। समिति द्वारा लगाए गए बड़े-बड़े बैनरों और पोस्टरों में नेताओं की घोषणाओं के बयान, तिथि और उनके फोटो के साथ व्यंग्यात्मक रूप से पूछा गया था—"स्मृति ईरानी कौन है?", "उमा भारती कौन है?", "प्रह्लाद पटेल कौन है?" और "शिवराज सिंह कौन है?"। यह दृश्य उपस्थित जनसमूह को झकझोरने के साथ-साथ सच्चाई का आईना भी दिखा रहा था।
प्रदर्शन के दौरान सिहोरा विधायक संतोष बरकड़े ने आंदोलनकारियों से संवाद कर शाम को कलेक्टर से मुलाकात की व्यवस्था की। ज्ञापन नायब तहसीलदार को सौंपने के बाद आंदोलन समिति के प्रमुख सदस्यों का एक प्रतिनिधिमंडल विधायक बरकड़े के नेतृत्व में जबलपुर पहुंचा, जहां कलेक्टर दीपक सक्सेना से मुलाकात कर सिहोरा को जिला बनाने के पक्ष में तथ्यात्मक आंकड़ों के साथ विस्तृत ज्ञापन सौंपा गया। कलेक्टर ने ज्ञापन के प्रत्येक बिंदु का परीक्षण कर उपयुक्त कार्यवाही का आश्वासन दिया।
इस प्रदर्शन में समिति के प्रमुख सदस्य अनिल जैन, विकास दुबे, नितेश खरया, कृष्ण कुमार कुररिया, संजय पाठक, मानस तिवारी, गुलाब मरकाम, रामजी शुक्ला, जितेंद्र श्रीवास, राकेश मणि त्रिपाठी, संतोष वर्मा, सुशील जैन शुक्ला, नंदू परोहा, रमा चौरसिया, आलोक पांडे, अमित चौरसिया, रविदीप सिंह, शरद सेठ, नत्थू पटेल, निसार अहमद, अनिल खंपरिया सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।