प्रतिभा, प्रेरणा और समाज सेवा का अनूठा संगम बना प्रतिभा सम्मान समारोह–2025।
राष्ट्रीय पटल की प्रभावशाली हस्तियों की उपस्थिति में मेधावी विद्यार्थियों और समाजसेवियों का सम्मान, आयोजन ने रचा समाजिक चेतना और शिक्षा का समावेशी उदाहरण।
विदिशा,ग्रामीण खबर MP:
स्व.दुर्गा प्रसाद सेन स्मृति न्यास एवं सेन समाज, विदिशा के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित “प्रतिभा सम्मान समारोह – 2025” इस वर्ष न केवल विद्यार्थियों के लिए एक गौरव का अवसर बना, बल्कि समाज के सभी वर्गों के लिए प्रेरणा और जागरूकता का केंद्र भी सिद्ध हुआ। इस आयोजन ने शैक्षिक उत्कृष्टता, सामाजिक सेवा और सामूहिक चेतना के मूल्यों को एक ही मंच पर जीवंत किया।
यह समारोह 11 जून को स्थानीय रवींद्रनाथ टैगोर भवन ऑडिटोरियम, विदिशा में संपन्न हुआ, जिसमें मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों से आए हुए छात्र-छात्राओं, उनके अभिभावकों, समाजसेवियों और गणमान्यजनों की उपस्थिति ने आयोजन की गरिमा को और भी भव्य बना दिया।
समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग, भारत सरकार के सदस्य भुवन भूषण कमल उपस्थित रहे। उन्होंने अपने संबोधन में प्रतिभा को राष्ट्र की नींव बताया और ऐसे आयोजनों को सामाजिक समरसता के लिए आवश्यक बताया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी प्रकाश जांगरे (सेवानिवृत्त IAS) ने की। उनके अनुभवों और शिक्षाप्रद विचारों ने विद्यार्थियों को आत्मविश्लेषण और लक्ष्य निर्धारण की दिशा में प्रोत्साहित किया। विशेष अतिथियों में अशोक कुमार से, ब्रजेश वर्मा तथा शिप्रा सेन की गरिमामयी उपस्थिति रही, जिन्होंने समाज में शिक्षा के महत्व पर अपने विचार साझा किए।
कार्यक्रम के संयोजक कमलेश सेन ने समारोह की संकल्पना पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह मंच केवल परीक्षा में अंक लाने वालों का नहीं, बल्कि समाज के प्रति सजग दृष्टिकोण रखने वाले युवाओं और योगदान देने वाले व्यक्तित्वों का भी है। उन्होंने यह भी बताया कि आयोजन का उद्देश्य समाज में शिक्षा, संस्कार और सेवा भावना को समर्पित करना है।
इस अवसर पर सम्मानित की गई विशिष्ट हस्तियों में प्रमुख रूप से कटनी की सर्पमित्र कु. अमिता श्रीवास, जिन्होंने वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में अद्वितीय कार्य किए हैं, तथा जबलपुर के माउंटेन मैन अंकित सेन शामिल रहे, जिन्होंने चार महाद्वीपों की चोटियों पर भारत का तिरंगा फहराया। इनकी उपलब्धियों ने युवाओं को अपने सपनों के प्रति निष्ठावान रहने की प्रेरणा दी।
समारोह के दौरान विद्यार्थियों को सृजनात्मक अभिव्यक्ति का अवसर देने हेतु “खुला मंच” का भी आयोजन किया गया, जिसमें पूर्व पंजीकृत छात्रों ने कविता पाठ, वक्तृत्व, और कला प्रदर्शन के माध्यम से अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। इस आयोजन की अंतिम पंजीयन तिथि 5 जून थी, और इसमें प्रदेश भर से चयनित युवाओं ने भाग लिया।
एक विशेष शपथ कार्यक्रम में कक्षा 10वीं तक के छात्रों को सोशल मीडिया की अनियंत्रित आदतों से दूर रहने और अपने अध्ययन तथा चरित्र निर्माण पर केंद्रित रहने की शपथ दिलाई गई। यह पहल विशेष रूप से अभिभावकों द्वारा सराही गई, जो डिजिटल युग में बच्चों के मनोवैज्ञानिक और सामाजिक संतुलन को लेकर चिंतित रहते हैं।
समारोह के प्रारंभ में हाल ही में घटित अहमदाबाद विमान हादसे में दिवंगत यात्रियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए दो मिनट का मौन रखा गया। यह क्षण आयोजन को मानवीय संवेदनाओं से जोड़ता हुआ भावनात्मक बना गया।
अपने समापन वक्तव्य में संयोजक कमलेश सेन ने कविता के माध्यम से विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों को संबोधित किया:
“जीवन के प्रारब्ध कई थे, सहज स्वर्ग उपलब्ध कई थे,
किंतु चुनी मैंने विपदाएं, खुद अपना अपकर्ष चुना है,
हाँ, मैंने संघर्ष चुना है...”
उन्होंने यह भावनात्मक पंक्तियाँ उन समर्पित अभिभावकों, शिक्षकों और छात्रों को समर्पित कीं, जिनकी अथक मेहनत और साधना से यह सफलता संभव हो सकी।
समारोह की गरिमा बढ़ाने वाले विशिष्ट अतिथियों में गिरधारी लाल (गुना), राजेन्द्र सेन ‘रज्जू भैया’ (बीना), लक्ष्मीनारायण सेन, नरेश सेन, दर्शन सेन (भोपाल), कार्तिक सेन (आगासौद) प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। इन सभी विशिष्टजनों को प्रेम सिंह सेन एवं टीम द्वारा स्मृति-चिन्ह भेंट कर भावभीनी विदाई दी गई।
आयोजन को सफल बनाने में जुटी आयोजन समिति के सदस्यों में रितेश सेन, सौरव सराठे, चेतन सेन, मनीष सेन, जीवन सेन, रघुवीर सेन, सुनील सेन, अजय सेन, सचिन सेन, अरविंद सेन, उमेद बाबू सेन, राहुल सेन, सोनू सेन, बलराम सेन, माखन सेन, दीपक सेन, अनिकेत सेन, सुनील श्रीवास, रमेश सेन, आकाश सेन, सत्यम सेन, राकेश सेन, दशरथ सेन, देवाशीष सेन, बलराम सेन आदि की सक्रिय भूमिका रही।
समारोह के समापन पर कमलेश सेन ने कहा कि “यह आयोजन केवल पुरस्कार वितरण नहीं, बल्कि समाज को शिक्षा, सेवा और प्रेरणा के मूल्यों से जोड़ने का एक पुनीत प्रयास है।” उन्होंने सभी अतिथियों, विद्यार्थियों, अभिभावकों एवं आयोजन समिति के सदस्यों का हृदय से आभार प्रकट किया।