प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना के तहत रसोइयों का समग्र प्रशिक्षण एवं जागरूकता बैठक संपन्न, भोजन की गुणवत्ता व संचालन व्यवस्था पर रहा विशेष फोकस।

 प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना के तहत रसोइयों का समग्र प्रशिक्षण एवं जागरूकता बैठक संपन्न, भोजन की गुणवत्ता व संचालन व्यवस्था पर रहा विशेष फोकस।

ग्यारसपुर के सभा कक्ष में स्व सहायता समूहों की अध्यक्ष-सचिवों को दी गई जिम्मेदारियों की जानकारी, भोजन की स्वच्छता, पौष्टिकता व समयबद्धता पर अधिकारियों ने दिए दिशा-निर्देश।

विदिशा,ग्रामीण खबर MP:

प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना के अंतर्गत ग्यारसपुर जनपद पंचायत के सभा कक्ष में स्व सहायता समूहों की अध्यक्षों एवं सचिवों के लिए एक प्रशिक्षण सह जागरूकता बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य मध्यान्ह भोजन योजना से जुड़े कार्मिकों को योजना की समग्र जानकारी देना, उनकी जिम्मेदारियों का बोध कराना एवं खाद्य वितरण प्रणाली को अधिक पारदर्शी, पौष्टिक एवं विद्यार्थियों के लिए लाभकारी बनाना रहा।

इस महत्वपूर्ण बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष गीता कैलाश रघुवंशी ने विशेष रूप से सहभागिता करते हुए स्व सहायता समूहों की महिलाओं को “अन्नपूर्णा” की उपाधि से संबोधित किया और कहा कि वे समाज के भविष्य यानी विद्यार्थियों के पोषण और स्वास्थ्य की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा रही हैं। उन्होंने समूहों से आग्रह किया कि भोजन बनाने में पूरी निष्ठा, स्वच्छता और गुणवत्ता का पालन करें, ताकि बच्चों को पौष्टिक व स्वादिष्ट भोजन समय पर मिल सके। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि रसोईघर और भोजन की गुणवत्ता की जांच के लिए प्रशासन की टीम द्वारा नियमित रैंडम निरीक्षण किया जाएगा।

बैठक में जिला स्तरीय योजना प्रभारी कीर्ति चौहान ने योजना के मूल उद्देश्यों, इसके लागू किए जाने की प्रक्रिया और जिम्मेदार पदाधिकारियों के दायित्वों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह योजना न केवल विद्यार्थियों को पोषण प्रदान करती है, बल्कि महिला स्व-सहायता समूहों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का माध्यम भी है।

विकासखंड श्रोत समन्वयक ज्ञान सिंह अहिरवार ने शाला स्तर पर भोजन निर्माण प्रक्रिया के तकनीकी व व्यावहारिक पक्षों पर विस्तृत मार्गदर्शन दिया। उन्होंने रसोई घर में साफ-सफाई, निर्धारित मानकों के अनुसार भोजन बनाने की विधि, गैस व अग्नि सुरक्षा, पानी की स्वच्छता तथा समय पर भोजन वितरण की अहमियत बताई। उन्होंने यह भी बताया कि छोटी-छोटी लापरवाहियों से बड़ी स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, इसलिए विशेष सतर्कता अपेक्षित है।

विकासखंड मध्यान भोजन प्रभारी विपुल जैन ने वर्षा ऋतु के दौरान आने वाली विशेष चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करते हुए समूहों से सुझाव आमंत्रित किए। उन्होंने कहा कि आर्द्रता, कीचड़, जलभराव जैसे मौसमीय प्रभावों के बावजूद भोजन की गुणवत्ता बनाए रखना आवश्यक है। साथ ही विद्यार्थियों को सुरक्षित स्थान पर बैठाकर भोजन वितरण करना भी एक बड़ी जिम्मेदारी है, जिसे सावधानीपूर्वक निभाया जाना चाहिए।

बैठक में विकासखंड शिक्षा अधिकारी बीएफ मिंस ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया और कहा कि विद्यालयी शिक्षा के साथ-साथ बच्चों के पोषण का स्तर सुधारना सरकार की प्राथमिकता है। बीएससी किश्वर खान व अजय सेन सहित अन्य अधिकारियों ने भी कार्यक्रम की रूपरेखा में सहयोग करते हुए अपने सुझाव दिए।

यह प्रशिक्षण कार्यक्रम न केवल एक औपचारिक बैठक रहा, बल्कि एक ऐसा संवाद मंच भी बना जहाँ रसोइयों ने अपनी व्यावहारिक समस्याओं, आवश्यकताओं एवं सुझावों को भी साझा किया, जिससे प्रशासन को आगामी समय में योजनाओं के क्रियान्वयन में और अधिक सुधार की दिशा मिल सके।

कार्यक्रम का संचालन शांतिपूर्ण और जिम्मेदारीपूर्वक हुआ तथा अंत में सभी समूहों को प्रेरणादायक संदेशों व योजनात्मक पुस्तिकाएं प्रदान की गईं ताकि वे अपनी जिम्मेदारियों को और बेहतर ढंग से निभा सकें।


ग्रामीण खबर MP
विदिशा जिला ब्यूरो चीफ-यशवंत सिंह रघुवंशी की रिपोर्ट 

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