श्री सदाशिव धाम, हिनोतिया में सात दिवसीय रामकथा महोत्सव के चौथे दिन शिवलिंग निर्माण, शिव अभिषेक एवं देशभक्ति गीतों से भक्ति का अद्भुत संगम।
ग्रामवासियों की सहभागिता से शिव भक्ति, रामकथा और देशभक्ति का ऐतिहासिक आयोजन; श्रद्धालुओं का उमड़ा जनसैलाब, धर्म प्रेमियों को आमंत्रण जारी।
विदिशा,ग्रामीण खबर mp:
विदिशा तहसील के ग्राम हिनोतिया में स्थित ऐतिहासिक और अत्यंत प्राचीन श्री सदाशिव धाम परिसर में इन दिनों आध्यात्मिक वातावरण का सृजन हुआ है। यहां सात दिवसीय श्री रामकथा एवं मानस प्रवचन महोत्सव का आयोजन पूरे श्रद्धा, विश्वास और उत्साह के साथ किया जा रहा है। प्रतिदिन ग्रामीण क्षेत्र के सैकड़ों श्रद्धालु इस धर्मिक अनुष्ठान में भाग लेकर धर्म लाभ प्राप्त कर रहे हैं।
महोत्सव के चौथे दिन की शुरुआत शिवलिंग निर्माण एवं शिव अभिषेक जैसे अत्यंत पुण्य कार्यों से हुई। ग्रामीणों द्वारा एकत्रित सामग्रियों से पारंपरिक विधि-विधान के अनुसार शिवलिंग का निर्माण किया गया और तत्पश्चात श्रद्धालुओं द्वारा भगवान शिव का अभिषेक दूध, जल, शहद, दही, गंगाजल एवं पुष्पों से विधिवत संपन्न किया गया। इस अवसर पर “बम बम भोले” के गगनभेदी जयघोष से समस्त परिसर गुंजायमान हो उठा और भक्तों में अलौकिक ऊर्जा का संचार हुआ।
इस आयोजन में विशेष बात यह रही कि धर्मिक कथा के साथ-साथ राष्ट्रभक्ति को भी समर्पित किया गया। श्री रामकथा के दौरान कथा वाचक द्वारा सेना और देश की सेवा में समर्पित वीर जवानों को समर्पित गीतों और प्रसंगों के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की गई। देशभक्ति के गीतों जैसे "ऐ वतन, ऐ वतन...", "सरफरोशी की तमन्ना..." के माध्यम से उपस्थित श्रद्धालुओं में एक नई ऊर्जा, भक्ति और राष्ट्रप्रेम का समावेश देखने को मिला।
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य आध्यात्मिक ज्ञान का प्रचार-प्रसार, ग्रामवासियों के बीच सामाजिक एकता एवं धार्मिक आस्था को सुदृढ़ करना है। ग्राम हिनोतिया के साथ-साथ ग्राम दुपहरिया, गुर्जर खेड़ी एवं अन्य आसपास के गांवों के श्रद्धालुओं का भरपूर सहयोग इस आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभा रहा है। सभी वर्गों – बालक, युवा, महिलाएं एवं बुजुर्ग – की सक्रिय भागीदारी इस आयोजन को एक जन-आंदोलन का रूप प्रदान कर रही है।
संपूर्ण आयोजन अत्यंत व्यवस्थित एवं भव्य रूप में संपन्न हो रहा है। प्रतिदिन भजन-कीर्तन, मानस प्रवचन एवं प्रसाद वितरण की व्यवस्था है। भक्तगण सुबह से ही मंदिर परिसर में एकत्रित होकर सेवा कार्यों में जुट जाते हैं और रात तक भक्ति रस में सराबोर रहते हैं।
आयोजन समिति की ओर से समस्त क्षेत्रवासियों एवं धर्म प्रेमी बंधुओं को इस महाआयोजन में भाग लेकर धर्म लाभ प्राप्त करने हेतु विशेष आमंत्रण दिया गया है। समिति का कहना है कि यह आयोजन सिर्फ एक धार्मिक परंपरा नहीं, अपितु समाज को जोड़ने, संस्कृति को सहेजने और नव पीढ़ी को भारतीय धार्मिक एवं नैतिक मूल्यों से जोड़ने का एक प्रयास है।