कलेक्टर अंशुल गुप्ता ने शमशाबाद में जनसुनवाई के बाद विभिन्न कार्यालयों, आंगनबाड़ी केन्द्र और छात्रावासों का किया विस्तृत निरीक्षण।
तहसील कार्यालय के जीर्ण भवन को तोड़कर नया भवन बनाने के निर्देश, बच्चों की स्थिति और योजनाओं के लाभ पर दिए जरूरी आदेश।
विदिशा,ग्रामीण खबर mp:
शमशाबाद में आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम के उपरांत कलेक्टर अंशुल गुप्ता ने नगर परिषद क्षेत्र में संचालित विभिन्न सरकारी कार्यालयों, आंगनबाड़ी केन्द्रों और छात्रावासों का दौरा कर व्यवस्थाओं का बारीकी से जायजा लिया। भ्रमण के क्रम में उन्होंने सबसे पहले पुरानी तहसील कार्यालय का निरीक्षण किया, जहाँ पर भवन की स्थिति जीर्ण-शीर्ण पाई गई। कलेक्टर ने इस पर संज्ञान लेते हुए तत्काल निर्देश दिए कि पुराने भवन को डिस्मेंटल कर नवीन भवनों का निर्माण सुनिश्चित किया जाए ताकि शासकीय सेवाएं अधिक प्रभावी ढंग से आम जनता तक पहुँच सकें। निरीक्षण के समय शमशाबाद नगर परिषद की अध्यक्ष भारती प्रदीप माहेश्वरी भी मौजूद रहीं और उन्होंने स्थानीय प्रशासन से जुड़े विभिन्न बिंदुओं पर कलेक्टर को जानकारी दी।
इसके उपरांत कलेक्टर श्री गुप्ता ने शमशाबाद की आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक 131 का निरीक्षण किया, जहाँ उन्होंने केन्द्र में पदस्थ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका से संवाद करते हुए बच्चों की उपस्थिति, पोषण स्तर, स्वास्थ्य सेवाओं तथा पंजीयन संबंधी जानकारियां लीं। उन्होंने विशेष रूप से "सेम" (गंभीर रूप से कुपोषित) और "मेम" (मध्यम रूप से कुपोषित) श्रेणी में आने वाले बच्चों के बारे में जानकारी लेते हुए कहा कि ऐसे बच्चों के अभिभावकों और पालकों को शासन की अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाया जाना आवश्यक है। इस संबंध में उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी भरत सिंह राजपूत को निर्देश दिए कि योजना की पात्रता के अनुसार लाभ देने की प्रक्रिया में तेजी लाकर इन परिवारों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ठोस कार्यवाही की जाए।
कलेक्टर ने इसके पश्चात स्कूल शिक्षा विभाग एवं आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित छात्रावासों का निरीक्षण किया। उन्होंने छात्रावासों में निवासरत छात्राओं से संवाद कर उनकी दैनिक सुविधाओं, भोजन, अध्ययन सामग्री, स्वास्थ्य सेवाएं तथा अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त की। निरीक्षण के दौरान आदिम जाति कल्याण विभाग की जिला संयोजक पारूल जैन भी उपस्थित थीं, जिनसे कलेक्टर ने विस्तार से संवाद कर व्यवस्थाओं को और अधिक सुदृढ़ बनाने हेतु निर्देश दिए।
कलेक्टर अंशुल गुप्ता का यह निरीक्षण न केवल व्यवस्थाओं की स्थिति जानने हेतु था, बल्कि उन्होंने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक सुधारात्मक कदम उठाने के स्पष्ट निर्देश भी दिए, जिससे सरकारी योजनाओं का लाभ पात्र जन तक सुचारु रूप से पहुँच सके और शासकीय संस्थानों की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता एवं जवाबदेही सुनिश्चित हो सके।