धरती आबा योजना के अंतर्गत विदिशा जिले के 86 जनजातीय ग्रामों का चयन,3938 परिवारों को मिलेगा समग्र विकास का लाभ।
सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा, आवास और स्वरोजगार जैसे 25 क्षेत्रों में होगा केंद्र सरकार के 18 मंत्रालयों का समन्वित प्रयास।
विदिशा, ग्रामीण खबर एमपी:
जनजातीय समुदायों के सतत और समग्र विकास के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा संचालित धरती आबा योजना के तहत विदिशा जिले के 86 ग्रामों का चयन किया गया है। इन ग्रामों में कुल 3938 जनजातीय परिवार निवासरत हैं। योजना के अंतर्गत विशेष रूप से सहरिया जनजाति के साथ-साथ अन्य जनजातीय वर्गों को भी सामाजिक एवं आर्थिक विकास के मुख्यधारा से जोड़ने के लिए व्यापक स्तर पर कार्य किया जा रहा है।
धरती आबा योजना के तहत भारत सरकार के 18 मंत्रालयों द्वारा समन्वित प्रयास से कुल 25 हस्तक्षेपों के माध्यम से कार्य किया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य जनजातीय क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं जैसे कि सड़क, पानी, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा और आजीविका को सुदृढ़ करना है।
जनजातीय कार्य विभाग की जिला संयोजक पारूल जैन ने जानकारी दी कि इस योजना में जनजातीय परिवारों को पक्का मकान उपलब्ध कराने, मोबाइल मेडिकल यूनिट की स्थापना करने, कौशल विकास एवं स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने जैसे महत्वपूर्ण कार्य शामिल हैं। उन्होंने बताया कि चयनित 86 ग्रामों में से 75 ग्राम पहले से ही पक्की सड़कों से जुड़े हुए हैं, जबकि शेष 10 ग्रामों को पक्की सड़कों से जोड़ने का प्रस्ताव तैयार किया गया है।
प्रत्येक चयनित ग्राम में योजना के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु एक-एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति की गई है। इसके साथ ही जिले में 6 नवीन छात्रावासों के निर्माण कार्य को स्वीकृति प्रदान की गई है। वहीं, 6 नवीन पोषण वाटिकाओं के निर्माण का प्रस्ताव भी सरकार को भेजा गया है।
धरती आबा योजना के माध्यम से विदिशा जिले के जनजातीय परिवारों को सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक सार्थक और ठोस कदम उठाया गया है, जिससे इन क्षेत्रों में विकास की नई रोशनी पहुंचेगी।