कलेक्टर ने लिया उपार्जन कार्यों का जायजा, किसानों से की सीधी बातचीत।
उपार्जन केन्द्रों पर कर्मचारियों की सूची प्रदर्शित करने के निर्देश, सिंचाई के लिए सोलर पंप अपनाने की सलाह।
विदिशा:
बासौदा तहसील के ग्राम मढिया सेमरा स्थित उपार्जन केंद्र का कलेक्टर अंशुल गुप्ता ने निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने उपार्जन केंद्र अजय वेयरहाउस एंड लॉजिस्टिक्स पर पहुंचकर पूरी प्रक्रिया का अवलोकन किया। उन्होंने किसानों से संवाद कर जानकारी ली कि उपार्जन केंद्र पर उन्हें क्या-क्या सुविधाएं दी जा रही हैं और कहीं कोई परेशानी तो नहीं है।
कलेक्टर ने किसान राजेश दांगी और अजय तिवारी से विशेष चर्चा करते हुए तुलाई, भंडारण और भुगतान प्रक्रिया की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि किसानों को समय पर सही मूल्य मिलना चाहिए और उपार्जन केंद्रों की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता होनी चाहिए। उन्होंने किसानों को सुझाव दिया कि सिंचाई के लिए सोलर पंप का उपयोग करें, जिससे न केवल बिजली की बचत होगी, बल्कि यह पर्यावरण के अनुकूल भी है।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने जिला आपूर्ति अधिकारी को निर्देश दिए कि प्रत्येक उपार्जन केंद्र पर तैनात अधिकारी व कर्मचारियों की सूची साफ-साफ प्रदर्शित की जाए ताकि किसानों को यह जानकारी रहे कि संबंधित केंद्र पर कौन अधिकारी जिम्मेदार हैं।
उन्होंने सर्वेयरों से बातचीत कर उनके कार्य के मापदंडों और प्रक्रिया को जाना। इस दौरान यह भी सुनिश्चित किया गया कि उपार्जन कार्यों में किसी प्रकार की गड़बड़ी या अनियमितता न हो। उन्होंने किसानों से पूछताछ कर यह भी जाना कि कहीं उन्हें तुलाई में देरी या गड़बड़ी जैसी कोई समस्या तो नहीं है।
निरीक्षण के समय जिला पंचायत सीईओ, स्थानीय एसडीएम, तहसीलदार सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे। कलेक्टर का यह दौरा प्रशासनिक निरीक्षण के साथ-साथ किसानों के हितों को ध्यान में रखकर किया गया था, जिसमें उन्होंने किसानों की समस्याएं सीधे सुनीं और संबंधित अधिकारियों को समयबद्ध समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
यह भ्रमण न केवल उपार्जन कार्यों की समीक्षा के लिए था, बल्कि प्रशासनिक सतर्कता और किसानों के साथ पारस्परिक संवाद स्थापित करने का प्रयास भी था। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा है कि किसानों को उपार्जन केंद्रों पर समुचित सुविधा मिले और किसी प्रकार की परेशानी न हो।