कटनी को वर्षों से प्रतीक्षित मंत्री प्रतिनिधित्व की आस, मध्यप्रदेश को चाहिए संजय सत्येंद्र पाठक जैसा कर्मठ, अनुभवशील और जनसेवा को समर्पित नेतृत्व।
विजयराघवगढ़ से पांच बार के विधायक और पूर्व राज्य मंत्री को मंत्रीमंडल में शामिल करने की बढ़ी मांग, भाजपा को संगठनात्मक मजबूती और कटनी को विकास की रफ्तार देने वाला निर्णय बताया गया आवश्यक।
विजयराघवगढ़ (कटनी)।
मध्यप्रदेश की राजनीति में इन दिनों संभावित मंत्रीमंडल विस्तार को लेकर चर्चा तेज हो गई है और इसी क्रम में कटनी जिले से एक सशक्त, संगठित और जनभावनाओं से जुड़ी आवाज मुख्यमंत्री मोहन यादव तक पहुँची है। जिले के विभिन्न क्षेत्रों से भाजपा के कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि, सामाजिक संगठन, युवा वर्ग और आम नागरिकों ने एक स्वर में यह मांग उठाई है कि कटनी जिले के गौरव और विजयराघवगढ़ विधानसभा क्षेत्र से पांच बार के निर्वाचित विधायक, पूर्व राज्य मंत्री संजय सत्येंद्र पाठक को प्रदेश के मंत्रीमंडल में शामिल किया जाए।
यह मांग केवल एक व्यक्ति को मंत्री बनाए जाने की नहीं, बल्कि एक ऐसे जनप्रतिनिधि को उत्तरदायित्व सौंपे जाने की है जिसने पिछले दो दशकों से अधिक समय से जनता के विश्वास को मजबूत किया है, विकास को प्राथमिकता दी है, और जनसेवा को अपने राजनीतिक जीवन का मूल मंत्र बनाया है।
कटनी जिले के इतिहास में संजय सत्येंद्र पाठक का नाम विकासशील सोच, योजनाओं की समयबद्ध क्रियान्वयन, और सर्वसमावेशी नेतृत्व के प्रतीक के रूप में जाना जाता है। उनका प्रशासनिक अनुभव, राजनीतिक स्थायित्व और जनता से निरंतर जुड़ाव यह दर्शाता है कि वे प्रदेश सरकार में किसी भी मंत्रालय का उत्तरदायित्व प्रभावशाली ढंग से निभाने में सक्षम हैं।
भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि एक ओर जहाँ कटनी जिले को वर्षों से मंत्री पद से वंचित रखा गया है, वहीं दूसरी ओर संजय सत्येंद्र पाठक ने इस दौरान क्षेत्र की जनता की समस्याओं को लगातार विधानसभा और शासन स्तर पर उठाकर हल कराने का प्रयास किया है। उनकी सक्रियता का ही परिणाम है कि विजयराघवगढ़ क्षेत्र में सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, जल आपूर्ति, खेल अधोसंरचना, महिला सशक्तिकरण, और युवा उन्नयन जैसी अनेकों योजनाओं का धरातल पर सशक्त क्रियान्वयन हुआ है।
पार्टी कार्यकर्ताओं का यह भी कहना है कि संजय सत्येंद्र पाठक की कार्यशैली संगठन को मजबूती देने वाली है। वे छोटे-बड़े सभी कार्यकर्ताओं को बराबर सम्मान देते हैं, और समय-समय पर मार्गदर्शन करके उन्हें संगठनात्मक जिम्मेदारियों के लिए प्रेरित करते हैं। उन्होंने हमेशा भाजपा की नीतियों, विचारधारा और योजनाओं को जन-जन तक पहुँचाने का कार्य निष्ठा और समर्पण के साथ किया है।
कटनी जिले के जनमानस की यह भी पीड़ा है कि विकास की दृष्टि से पिछड़ चुके इस क्षेत्र को अगर एक मजबूत मंत्री प्रतिनिधित्व मिलता है तो जिले की दशा और दिशा दोनों ही बदल सकती हैं। औद्योगिक विकास, अधोसंरचना विस्तार, पर्यटन संभावनाओं का उपयोग, और शहरी तथा ग्रामीण योजनाओं के समावेशी क्रियान्वयन के लिए एक सशक्त नेतृत्व की आवश्यकता है, जो संजय सत्येंद्र पाठक के रूप में जिले को मिल सकता है।
महाकौशल अंचल के भाजपा कार्यकर्ताओं का भी मानना है कि यह केवल कटनी जिले की नहीं, बल्कि समूचे क्षेत्र की प्रतिनिधित्व की मांग है। यदि श्री पाठक को मंत्रीमंडल में शामिल किया जाता है, तो यह निर्णय संगठनात्मक दृष्टिकोण से भी लाभकारी सिद्ध होगा क्योंकि उनकी पकड़ न केवल विजयराघवगढ़ तक सीमित है, बल्कि पूरे अंचल में उन्हें सम्मान और जनसमर्थन प्राप्त है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव से यह आग्रह किया गया है कि वे इस मांग को केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि सामाजिक और विकासात्मक दृष्टि से देखें। प्रदेश में जब युवा नेतृत्व और अनुभवी दिशा की आवश्यकता है, तब संजय सत्येंद्र पाठक का मंत्रीमंडल में समावेश एक दूरदर्शी और सकारात्मक निर्णय होगा।
प्रदेश की जनता विशेषतः कटनी जिले के नागरिकों की निगाहें अब मुख्यमंत्री की ओर लगी हैं। जनभावनाओं से जुड़ी यह मांग यह संकेत दे रही है कि अब कटनी जिले को वह प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए जिसका वह वर्षों से इंतजार कर रहा है। भाजपा की सरकार यदि जनसेवा और विकास को अपना ध्येय मानती है, तो संजय सत्येंद्र पाठक को मंत्रीमंडल में स्थान देना एक ऐतिहासिक और जनभावना के अनुकूल निर्णय साबित होगा।
यह मांग केवल राजनीतिक नियुक्ति की नहीं, बल्कि जन आकांक्षाओं की पूर्ति, संगठन को मजबूती, और प्रदेश के उज्जवल भविष्य की नींव रखने जैसा है। संजय सत्येंद्र पाठक जैसे कर्मठ, अनुभवी, और लोकहितैषी जनप्रतिनिधि को जिम्मेदारी देने से न सिर्फ भाजपा को राजनीतिक लाभ मिलेगा, बल्कि मध्यप्रदेश की विकास गाथा में एक नया स्वर्णिम अध्याय जुड़ जाएगा।