दिल्ली मैं लाल किले के पास भीषण धमाका,आठ लोगों की मौत,दिल्ली हाई अलर्ट पर।
कार में हुआ जोरदार विस्फोट, कई घायल,जांच एजेंसियां सक्रिय, आतंकी साजिश की आशंका से इनकार नहीं।
नई दिल्ली,ग्रामीण खबर MP।
देश की राजधानी दिल्ली सोमवार की शाम एक भयानक धमाके से दहल उठी। ऐतिहासिक लाल किला परिसर के निकट मेट्रो स्टेशन गेट नंबर-1 के पास खड़ी एक कार में अचानक हुए जोरदार विस्फोट ने पूरे इलाके में अफरा-तफरी मचा दी। इस हादसे में आठ लोगों की मौत हो गई और करीब तीस लोग घायल हुए हैं। धमाके की आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनी गई, जिससे आसपास के इलाके में दहशत फैल गई।
धमाके के तुरंत बाद दिल्ली पुलिस, दमकल विभाग, एनएसजी और फॉरेंसिक टीमें मौके पर पहुंचीं। पूरे क्षेत्र को सुरक्षा घेरे में लेकर बम निरोधक दस्ते ने तलाशी अभियान शुरू किया। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि धमाके की वजह तकनीकी खराबी थी या किसी योजनाबद्ध साजिश का परिणाम। सूत्रों के अनुसार, कार में रखे गैस सिलेंडर या विस्फोटक सामग्री के कारण धमाका हुआ हो सकता है, लेकिन इसकी पुष्टि फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही होगी।
दिल्ली पुलिस आयुक्त ने प्रेस वार्ता में बताया कि घटनास्थल से कुछ धातु के टुकड़े, तार और जले हुए अवशेष बरामद किए गए हैं। सभी साक्ष्य फॉरेंसिक प्रयोगशाला भेज दिए गए हैं ताकि धमाके की प्रकृति का निर्धारण किया जा सके। फिलहाल किसी आतंकी संगठन ने इस घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन दिल्ली पुलिस और खुफिया एजेंसियां सभी संभावित एंगल से जांच कर रही हैं।
गृह मंत्रालय ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एनआईए और इंटेलिजेंस ब्यूरो की विशेष टीमों को जांच में शामिल कर लिया है। देशभर के प्रमुख शहरों—दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, लखनऊ और कोलकाता—में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है और दोषियों को शीघ्र पकड़ने के निर्देश दिए हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शाम करीब छह बजे जब ट्रैफिक सामान्य था, तभी लाल किला मेट्रो स्टेशन के बाहर खड़ी एक सफेद कार से जोरदार विस्फोट हुआ। चंद सेकंडों में आग की लपटें उठीं और वाहन पूरी तरह जलकर खाक हो गया। आसपास मौजूद लोगों ने बताया कि धमाका इतना जबरदस्त था कि पास की दुकानों और वाहनों के शीशे टूट गए। कुछ लोगों ने बताया कि विस्फोट से ठीक पहले एक व्यक्ति को कार के पास संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त देखा गया था।
दिल्ली पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज जब्त कर ली है। वीडियो में धमाके से पहले एक व्यक्ति को कार के पास खड़ा देखा गया है, जो कुछ देर बाद वहां से चला गया। पुलिस उस व्यक्ति की पहचान करने के लिए चेहरा पहचान तकनीक का सहारा ले रही है।
घायलों को तत्काल एलएनजेपी, अरुणा आसफ अली और सब्जी मंडी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। कुछ की हालत अभी भी गंभीर बताई जा रही है। दिल्ली सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिए दस-दस लाख रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने घटनास्थल का निरीक्षण कर कहा कि यह बेहद दर्दनाक हादसा है और दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
वहीं, दिल्ली पुलिस ने अपील की है कि लोग किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और प्रशासनिक निर्देशों का पालन करें। पूरे इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। लाल किला और इसके आसपास के सभी पर्यटक स्थलों को सुरक्षा कारणों से अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।
सूत्रों का कहना है कि विस्फोट के समय कार में रासायनिक पदार्थों की मौजूदगी के संकेत मिले हैं। एनएसजी और फॉरेंसिक टीमें यह जांच कर रही हैं कि क्या विस्फोटक सामग्री को किसी बड़ी साजिश के तहत वहां रखा गया था या यह किसी दुर्घटनावश हुआ धमाका था। घटना स्थल के पास से एक संदिग्ध बैग भी बरामद हुआ है, जिसमें कुछ तार, बैटरी और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिले हैं। विशेषज्ञ इन वस्तुओं की बारीकी से जांच कर रहे हैं।
घटना के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय से भी स्थिति की जानकारी ली गई। प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और गृह मंत्रालय को हरसंभव सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया। दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने कहा कि राजधानी की सुरक्षा को लेकर किसी भी तरह की चूक बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
धमाके के बाद आसपास के इलाकों में ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया गया है। लाल किला, दरियागंज, चाँदनी चौक, जामा मस्जिद और कश्मीरी गेट के क्षेत्रों में पुलिस का गहन तलाशी अभियान जारी है। बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वाड लगातार सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं।
जांच एजेंसियों का कहना है कि फिलहाल यह तय नहीं है कि धमाका आतंकी गतिविधि थी या किसी आपराधिक गिरोह की हरकत, लेकिन जांच के हर पहलू पर काम किया जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियों ने रेलवे स्टेशन, बस अड्डों और मेट्रो स्टेशनों पर भी सुरक्षा बढ़ा दी है।
राजधानी में हुए इस भीषण विस्फोट ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल खड़ा कर दिया है। देश की सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली जगहों में से एक लाल किला परिसर के पास इस तरह का धमाका होना चिंताजनक है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि यह साजिश थी, तो इसका उद्देश्य राष्ट्रीय धरोहरों के पास दहशत फैलाना हो सकता है।
प्रशासन ने नागरिकों से शांति बनाए रखने और अफवाहों से दूर रहने की अपील की है। जांच एजेंसियों की रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि यह धमाका दुर्घटनावश हुआ या किसी बड़ी योजना का हिस्सा था। फिलहाल पूरा देश इस घटना को लेकर स्तब्ध है और दोषियों के शीघ्र पर्दाफाश की प्रतीक्षा कर रहा है।
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