प्रसूति अवकाश पर गईं संयुक्तता उइके, ढीमरखेड़ा विकासखण्ड की जिम्मेदारी अब लखन लाल बागरी को सौंपी गई।
प्रशासनिक व वित्तीय कार्यों की निरंतरता हेतु अस्थायी प्रभार सौंपने का आदेश तत्काल प्रभाव से लागू।
ढीमरखेड़ा,ग्रामीण खबर mp:
संयुक्तता उइके, जो कि वर्तमान में सहायक संचालक एवं विकासखंड शिक्षा अधिकारी के पद पर ढीमरखेड़ा, जिला कटनी में पदस्थ हैं, को मध्यप्रदेश सिविल सेवा (अवकाश) नियम 1977 के उप नियम 38(क) के तहत दिनांक 2 जून 2025 से 29 नवम्बर 2025 तक कुल 180 दिवस की अवधि के लिए प्रसूति अवकाश स्वीकृत किया गया है। यह अवकाश नियमानुसार विधिवत स्वीकृत किया गया है, जिससे उन्हें उनके मातृत्व काल में आवश्यक विश्राम और देखभाल का अवसर प्राप्त हो सके।
संयुक्तता उइके के अवकाश काल में विकासखंड के प्रशासनिक एवं वित्तीय कार्यों की निरंतरता बनाए रखने तथा विद्यालयीन गतिविधियों में किसी भी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो, इसके लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। उक्त अवधि में शासकीय हाई स्कूल गनियारी, विकासखंड ढीमरखेड़ा में पदस्थ प्राचार्य लखन लाल बागरी को उच्च पद प्रभार सौंपा गया है। उन्हें विकासखंड शिक्षा अधिकारी ढीमरखेड़ा जिला कटनी सह आहरण एवं संवितरण अधिकारी का समस्त प्रशासकीय एवं वित्तीय कार्यभार अस्थायी रूप से सौंपा गया है।
यह कार्यभार संयुक्तता उइके के अवकाश उपरांत पुनः कार्यग्रहण अथवा किसी अन्य आदेश तक प्रभावशील रहेगा। इस निर्णय से यह सुनिश्चित किया गया है कि विकासखंड स्तर पर शैक्षणिक गतिविधियों, वित्तीय प्रबंधन, कर्मचारियों के वेतन वितरण, शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन, निरीक्षण एवं मॉनिटरिंग सहित सभी प्रशासनिक जिम्मेदारियाँ समयबद्ध व सुसंगत ढंग से संपन्न होती रहें।
यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है, जिसके तहत लखन लाल बागरी को अधिकृत रूप से समस्त आवश्यक निर्णय लेने, आदेश जारी करने तथा आहरण एवं संवितरण से संबंधित समस्त दायित्वों का निर्वहन करने की अनुमति प्रदान की गई है। इस निर्णय को लेकर स्थानीय शैक्षणिक जगत में संतोष की भावना देखी जा रही है, क्योंकि इससे शासकीय कार्यों में किसी प्रकार की रुकावट नहीं आएगी।
प्रशासन द्वारा यह भी स्पष्ट किया गया है कि संयुक्तता उइके के कार्य पर लौटते ही लखन लाल बागरी का यह अस्थायी प्रभार स्वतः समाप्त हो जाएगा, या फिर आगे की परिस्थितियों के अनुसार आवश्यक निर्देश जारी किए जाएंगे।