नटेरन तहसीलदार के रीडर की पत्रकार को धमकी, पत्रकारों ने कलेक्टर के नाम सौंपा ज्ञापन।

 नटेरन तहसीलदार के रीडर की पत्रकार को धमकी, पत्रकारों ने कलेक्टर के नाम सौंपा ज्ञापन।

रीडर देवेंद्र श्रीवास्तव द्वारा नशे में पत्रकार को दी गई जान से मारने की धमकी, पत्रकारों में आक्रोश।

विदिशा,ग्रामीण खबर mp:

बुधवार को नटेरन तहसील परिसर में पत्रकारों ने एकजुट होकर एसडीएम अजय प्रताप सिंह को ज्ञापन सौंपा, जो कि कलेक्टर के नाम संबोधित था। ज्ञापन में नटेरन तहसील कार्यालय में पदस्थ रीडर देवेंद्र श्रीवास्तव की अनुशासनहीनता, शराब के नशे में की गई अभद्रता और पत्रकार को जान से मारने की धमकी को लेकर शिकायत दर्ज कराई गई।

घटना के संबंध में बताया गया कि बीते कुछ दिनों से तहसील कार्यालय की कार्यप्रणाली में गड़बड़ियों, अनियमितता, लापरवाही तथा जनहित की उपेक्षा को लेकर क्षेत्रीय पत्रकारों ने समाचार प्रकाशित किए थे। इन खबरों से आहत होकर तहसीलदार के रीडर देवेंद्र श्रीवास्तव ने मंगलवार देर रात नशे की हालत में पत्रकार नीतेश नामदेव को फोन कर धमकाना शुरू किया। बातचीत के दौरान रीडर ने अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए पत्रकार को जान से मारने तक की धमकी दे डाली।

बताया गया कि इस घटना के तुरंत बाद पत्रकारों में भारी आक्रोश व्याप्त हो गया और सभी पत्रकारों ने एकजुट होकर प्रशासन से उचित कार्रवाई की मांग की। पत्रकारों का कहना है कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माने जाने वाले मीडिया के साथ इस प्रकार की आपत्तिजनक और असहनीय हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

ज्ञापन में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि देवेंद्र श्रीवास्तव को तत्काल प्रभाव से नटेरन तहसील से अन्यत्र स्थानांतरित किया जाए तथा उनके खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कर सख्त दंडात्मक कार्यवाही की जाए। पत्रकारों ने यह भी मांग की,कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने हेतु प्रशासनिक स्तर पर पत्रकारों की सुरक्षा के लिए दिशानिर्देश जारी किए जाएं।

ज्ञापन सौंपने पहुंचे पत्रकारों ने इस बात पर जोर दिया कि पत्रकारिता जनहित की सेवा है, न कि किसी के निजी स्वार्थ या दबाव में कार्य करने वाली व्यवस्था। यदि पत्रकारों को ही डराया-धमकाया जाएगा तो जनता की आवाज कौन उठाएगा? उन्होंने कहा कि प्रशासन को ऐसे अधिकारियों और कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई कर यह संदेश देना चाहिए कि पत्रकारिता के मार्ग में अवरोध उत्पन्न करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

सौंपे गए ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि यदि प्रशासन द्वारा इस मामले में शीघ्र और कठोर कार्यवाही नहीं की गई, तो पत्रकार समाज जिला स्तर पर विरोध प्रदर्शन और आंदोलन की राह अपनाने को विवश होगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।

इस मामले को लेकर नटेरन सहित आसपास के क्षेत्र के पत्रकारों, जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों और नागरिकों ने भी एक स्वर में घटना की निंदा की है और पत्रकारों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए उचित कार्रवाई की मांग की है। घटना के बाद क्षेत्र में प्रशासन की कार्यशैली और जवाबदेही को लेकर भी व्यापक चर्चा चल रही है।


ग्रामीण खबर एमपी
विदिशा जिला सह ब्यूरो चीफ मायावती अहिरवार

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