उमरियापान की सड़कों पर रोजाना लगने वाला जाम बना आमजन की बड़ी मुसीबत, प्रशासन बेखबर।
अवैध पार्किंग, अतिक्रमण और पुलिस प्रशासन की लापरवाही ने बढ़ाई परेशानी, जनप्रतिनिधियों की चेतावनी भी बेअसर।
उमरियापान,ग्रामीण खबर mp:
उमरियापान नगर में रोजाना लगने वाला ट्रैफिक जाम अब एक गंभीर और विकराल समस्या का रूप ले चुका है। मुख्य रूप से झंडा चौक और न्यू बस स्टैंड क्षेत्र के आसपास सड़कों पर घंटों लगने वाले जाम से राहगीरों, स्कूली बच्चों, बुजुर्गों, मरीजों और व्यापारी वर्ग को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
नगरवासियों का कहना है कि यह समस्या कई वर्षों से बनी हुई है, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस विभाग द्वारा अब तक इस दिशा में कोई ठोस एवं कारगर कदम नहीं उठाया गया है। जनप्रतिनिधियों द्वारा शांति समिति की बैठकों में बार-बार जाम की समस्या उठाए जाने के बावजूद हालात जस के तस बने हुए हैं।
हर रविवार को जब साप्ताहिक हाट लगता है, तब यह समस्या अपने चरम पर पहुंच जाती है। दूरदराज के गांवों से खरीदारी के लिए आने वाले महिला-पुरुषों को घंटों जाम में फंसे रहना पड़ता है। स्कूली बच्चों और बीमार व्यक्तियों को लेकर जा रही एंबुलेंस तक इस जाम के कारण कई बार सड़क पर ही अटक जाती हैं, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, इस गंभीर समस्या की मुख्य वजह सड़क के दोनों ओर फैला अतिक्रमण, अवैध रूप से खड़े किए गए वाहन और ट्रैफिक व्यवस्था में लापरवाही है। सड़क किनारे दुकानें लगाने और वाहन खड़े करने से सड़कों की चौड़ाई कम हो गई है, जिससे आवागमन बाधित हो रहा है।
न्यू बस स्टैंड क्षेत्र में ऑटो, लोडर, पिकअप और निजी वाहनों की अवैध पार्किंग आम हो गई है। स्थानीय प्रशासन की उदासीनता के कारण वाहन चालक मनमाने ढंग से जहां-तहां वाहन खड़े कर देते हैं। पुलिस प्रशासन की ओर से कोई सख्ती नहीं बरती जा रही है, जिससे अव्यवस्था दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है।
विगत दिनों हुई एक आपातकालीन बैठक में ग्राम के गणमान्य नागरिकों ने इस विषय पर चिंता व्यक्त करते हुए अधिकारियों को स्थिति से अवगत कराया था। बैठक में उमरियापान के नायब तहसीलदार ने यह आश्वासन दिया था कि अतिशीघ्र इस समस्या पर कार्यवाही की जाएगी। लेकिन आश्वासन के कई दिन बाद भी किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई, जिससे लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
समस्या की गंभीरता को देखते हुए इस विषय पर कई बार स्थानीय समाचार पत्रों में खबरें प्रकाशित की गईं, बावजूद इसके प्रशासनिक अमला मौन बना हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जिम्मेदार विभागों द्वारा यदि समय पर चालानी कार्रवाई की जाती और अवैध पार्किंग पर नियंत्रण लगाया जाता, तो शायद जाम की समस्या इतनी विकराल नहीं होती।
सबसे चिंताजनक स्थिति तब उत्पन्न होती है जब मुख्य मार्ग पर लगने वाले जाम में एंबुलेंस भी फंसी रह जाती है। ऐसी स्थिति में मरीजों की जान जोखिम में पड़ जाती है, और प्रशासन की लापरवाही के खिलाफ जनता में भारी आक्रोश उत्पन्न होता है।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने थाना प्रभारी दिनेश तिवारी का ध्यान इस समस्या की ओर आकृष्ट कराते हुए मांग की है कि न्यू बस स्टैंड में हो रही अवैध पार्किंग पर सख्त चालानी कार्यवाही की जाए। साथ ही मुख्य मार्गों पर ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने हेतु स्थायी समाधान निकाला जाए, ताकि आमजन को राहत मिल सके और नगर की सड़कों पर सुचारु रूप से यातायात संचालित हो सके।
जनता की यह भी मांग है कि मुख्य मार्ग पर नियमित रूप से पुलिस की तैनाती हो, अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की जाए और जिन वाहन चालकों द्वारा नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है, उनके खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्यवाही की जाए।
यदि प्रशासन ने शीघ्र इस ओर ध्यान नहीं दिया, तो जाम की यह समस्या आने वाले समय में और विकराल रूप धारण कर सकती है। नगरवासियों का धैर्य अब जवाब दे रहा है, और वे प्रशासन से शीघ्र ठोस कदम की अपेक्षा कर रहे हैं।