भव्य कलश यात्रा, बैंड-बाजे, दीप प्रज्वलन एवं आतिशबाजी के साथ श्रीमद् भागवत कथा का अत्यंत शुभारंभ।
पौनिया गांव में सात दिवसीय श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ का आरंभ, अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त पूज्य श्री अंकुर तिवारी जी पीठाधीश्वर औरैया धाम दे रहे हैं दिव्य प्रवचन।
पौनिया, ग्रामीण खबर mp:
कटनी जिले के पौनिया गांव में सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का अत्यंत ही भव्य एवं आध्यात्मिक वातावरण में शुभारंभ किया गया। यह धार्मिक आयोजन भाजपा पिछड़ा वर्ग जिला मंत्री कटनी, विमल साहू के निवास स्थान पर प्रारंभ हुआ, जो लगातार सात दिनों तक चलेगा। कथा का आरंभ अत्यंत श्रद्धा, उल्लास एवं भक्ति भाव से परिपूर्ण कलश यात्रा के साथ हुआ।
इस धार्मिक अनुष्ठान के मुख्य वक्ता अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध, पूज्य श्री अंकुर तिवारी हैं, जो पीठाधीश्वर हैं औरैया धाम उत्तर प्रदेश से। उनके मुखारविंद से श्रीमद् भागवत पुराण की दिव्य कथा का वाचन एवं व्याख्यान प्रतिदिन श्रद्धालुओं को प्राप्त होगा। कथा के प्रमुख यजमान विमल साहू के पूज्य पिताजी रामदास साहू एवं पूज्य माताजी हैं, जिनके सान्निध्य में यह महायज्ञ संपन्न हो रहा है।
कथा प्रारंभ से पूर्व गांव में विशाल कलश यात्रा निकाली गई, जिसमें पूज्य श्री अंकुर तिवारी जी, यजमानगण एवं गांव के सैकड़ों श्रद्धालु श्रीमद् भागवत ग्रंथ को सिर पर धारण कर भक्तिपूर्वक नगर परिक्रमा में शामिल हुए। यात्रा में बैंड-बाजा, ढोल-नगाड़ों की मधुर ध्वनि, पारंपरिक नृत्य, रंग-बिरंगे वस्त्रों में सजे बच्चे एवं महिलाएं, तथा उत्साह से भरपूर युवा वर्ग की उपस्थिति रही।
यह भव्य कलश यात्रा गांव के प्रमुख मंदिरों — देवी माता की मडिया, श्री हनुमान मंदिर (बावली स्थान) एवं अन्य धार्मिक स्थलों पर माथा टेकती हुई कथा स्थल तक पहुंची, जहां दीप प्रज्वलन एवं वैदिक मंत्रोच्चार के साथ श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ किया गया।
कथा के प्रथम दिवस पूज्य महाराज श्री अंकुर तिवारी ने श्रीमद् भागवत महापुराण के प्रथम श्लोक का अत्यंत विस्तृत, भावपूर्ण एवं गूढ़ अर्थ के साथ सच्चिदानंद भगवान की महिमा का वर्णन किया। उन्होंने बताया कि यह ग्रंथ न केवल धार्मिक, बल्कि जीवन को संतुलित, सात्विक और आध्यात्मिक रूप से समृद्ध बनाने वाला ग्रंथ है।
गांव के सभी वर्ग — महिलाएं, पुरुष, बुजुर्ग, युवा एवं बालक-बालिकाएं — इस आयोजन में बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं। सभी ने इस आयोजन को अपने जीवन का सौभाग्य मानते हुए पूज्य महाराज जी के प्रवचनों को आत्मसात करने का संकल्प लिया है।
पूरे गांव का वातावरण इन दिनों आध्यात्मिक ऊर्जा से ओत-प्रोत हो गया है। घर-घर में भक्ति संगीत गूंज रहा है, और श्रद्धालु कथा स्थल पर समय से पहुंचकर प्रभु कथा का श्रवण कर रहे हैं। गांव में बाहर से भी अनेक श्रद्धालु इस आयोजन का लाभ लेने के लिए पहुंच रहे हैं, जिससे आयोजन और भी विशाल एवं प्रभावशाली बन गया है।
इस धार्मिक अनुष्ठान के माध्यम से न केवल गांव, बल्कि आसपास के क्षेत्र में भी सकारात्मक वातावरण का संचार हो रहा है। आयोजकगण, सेवक मंडली एवं ग्रामवासी इस अवसर को पर्व की तरह मना रहे हैं, और श्रीमद् भागवत कथा के माध्यम से आत्मिक उन्नति की दिशा में अग्रसर हो रहे हैं।