ग्राम पंचायत स्तर तक कांग्रेस का जनसंपर्क अभियान हुआ और भी व्यापक, चौपालों के माध्यम से ग्रामीणों से सीधा संवाद।
एमपी कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के मार्गदर्शन में नटेरन ब्लॉक में सक्रियता बढ़ी, ग्राम पंचायतों में जनसंवाद के जरिए संगठन को किया जा रहा मजबूत।
विदिशा,ग्रामीण खबर एमपी:
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष जीतू पटवारी के मार्गदर्शन में प्रदेशभर में चल रहे ग्राम पंचायत स्तरीय जनसंपर्क अभियान ने अब और तेज़ रफ्तार पकड़ ली है। इसी क्रम में विदिशा जिले के नटेरन ब्लॉक में कांग्रेस कार्यकर्ता लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर आमजन से संवाद स्थापित कर रहे हैं।
नटेरन ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष दीवान सिंह रघुवंशी की अगुवाई में ग्राम पंचायत खैराई और ग्राम बेलानारा में कांग्रेस जनों द्वारा चौपालों का आयोजन किया गया। इन आयोजनों में जिला सीहोर से विशेष रूप से आए कांग्रेस नेता मुकेश पवार तथा ग्राम खैराई के सक्रिय कार्यकर्ता महाराज सिंह रघुवंशी ने भाग लिया।
चौपालों के माध्यम से ग्रामीणों की समस्याएं जानने का प्रयास किया गया और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते हुए कांग्रेस की नीतियों और जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। इन बैठकों में ग्राम के हर वर्ग के लोगों की भागीदारी रही, जिससे स्पष्ट होता है कि कांग्रेस की ग्रामीण स्तर पर पकड़ मजबूत हो रही है।
कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस नेताओं ने जोर देकर कहा कि गांवों में संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करना आज की आवश्यकता है। इसी दिशा में ग्राम स्तर पर कांग्रेस कमेटियों के गठन की प्रक्रिया को गति दी जा रही है। उपस्थित ग्रामीणों से अपील की गई कि वे पार्टी से जुड़ें और क्षेत्र की समस्याओं के समाधान के लिए एकजुट होकर कार्य करें।
ग्रामीणों ने भी अपनी समस्याएं खुलकर सामने रखीं, जिनमें जल, सड़क, स्वास्थ्य और रोजगार से जुड़ी अहम मांगें प्रमुख रहीं। नेताओं ने इन मुद्दों को प्राथमिकता के साथ उठाने और हल कराने का आश्वासन दिया।
इस अभियान का उद्देश्य न केवल संगठन को मजबूत बनाना है, बल्कि ग्रामीण अंचलों में कांग्रेस की सीधी भागीदारी और उपस्थिति सुनिश्चित करना भी है। पार्टी का मानना है कि जमीनी स्तर पर जनसंपर्क ही लोकतंत्र की सबसे मजबूत कड़ी है।
कार्यक्रम के सफल आयोजन के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भी नए उत्साह का संचार हुआ है। यह अभियान आगे भी जिले के अन्य ग्राम पंचायतों में निरंतर जारी रहेगा, जिससे संगठनात्मक मजबूती के साथ-साथ ग्रामीण जनमानस से सीधा संवाद स्थापित होता रहे।