प्रदत्त पंक्ति- चुन चुन कर दुश्मन को मारो

 प्रदत्त पंक्ति- चुन चुन कर दुश्मन को मारो

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कटनी,ग्रामीण खबर mp:

एयर स्ट्राईक किया भारत, दुश्मन होते चूर।

चुन -चुन कर दुश्मन को मारों, कहता है सिंदूर।।


घर में घुसकर मारे सेना, थर - थर काँपे पाक।

पाल रहा आतंकी दुश्मन,जग में कटती नाक।‌।

झूठ बोलता कायर देखो, करता सदा गुरूर ।

चुन -चुन कर दुश्मन को मारो, कहता है सिंदूर।।


निंदा करती दुनिया देखो, अलग थलग है आज।

विश्व मंच पर रोता रहता,खोटे करता काज।।

चला ऑपरेशन सिंदूरी, बिगड़ा देखो नूर।

चुन चुन कर दुश्मन को मारो, कहता है सिंदूर।।


भीख माँगता फिरता रहता, मिलती है फटकार।

पाकिस्तान लड़े जब भी है, जाता बाजी हार।

गीदड भभकी देता रहता, खूब नशे में चूर।

चुन चुन कर दुश्मन को मारो, कहता है सिंदूर।‌।


मिसाईल दागे उकसाये, युद्ध चाहता साथ।

सज्जन बनकर डींगे हाँके, पकड़ा रंगे हाथ।।

सेना लड़ती सीमा पर है, भिड़ते योद्धा शूर

चुन चुन कर दुश्मन को मारो, कहता है सिंदूर।।


शैलेन्द्र पयासी, युवा साहित्यकार 
विजयराघवगढ़, कटनी एमपी


प्रधान संपादक:अज्जू सोनी,ग्रामीण खबर mp
संपर्क सूत्र:9977110734

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