धर्म उच्चारण नहीं, आचरण का विषय है: स्वामी प्रज्ञा भारती।
गंजबासौदा:-धर्म आचरण है जबकि आज वह उच्चारण का विषय हो गया है। धर्म से युक्त जीवन में परमात्मा रहता है और सत्संग जीवन में परिवर्तन ला सकता है। भारत के पशु पक्षी भी हमें धर्म का संदेश देते हैं। धर्म, ज्ञान कर्म और भक्ति का संगम है जो हमें परमात्मा से जोड़ता है। यह बात पद्म भूषण से सम्मानित महामंडलेश्वर ब्रह्मलीन सत्यमित्रानंद गिरि महाराज की शिष्या स्वामी प्रज्ञा भारती (पंछी देवी) ने मानस भवन में आयोजित हुए गीता और रामायण पर आधारित तीन दिवसीय आध्यात्मिक प्रवचन की श्रृंखला के अंतिम दिवस धर्म सभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। तीनों दिवस के प्रवचनों में स्वामी प्रज्ञा भारती जी ने अपनी ओजपूर्ण कवित्मय वाणी में भक्ति और सत्संग के जरिए व्यक्ति को अपने जीवन यात्रा का मार्ग प्रशस्त करने का बोध कराया।
उन्होंने कहा कि जब धर्म व्यक्ति के जीवन में आचरण बन कर आएगा तो उसके जीवन को परिवर्तित कर देगा। क्षण भर का सत्संग भी जीवन को बदल देता है और धर्म से जीवन शुद्ध होता है जो हमारी इच्छाओं को कामनाओं का अंत कर हमें परमात्मा के करीब ले जाता है।धर्म से युक्त जीवन में परमात्मा का वास रहता है। भारत के पशु पक्षी भी धर्म का संदेश देते हैं रामायण में जटायु और वानर ने धर्म मार्ग पर चलकर जो काम किया आज वह इतिहास बन गए। रामराज में हमें संपत्ति को वितरित करने, बांटने की सीख मिलती है, ना कि छिनने की। हमें अपने जीवन में परिवर्तन लाना है तो धर्म पंथ का अनुमोदन करना चाहिए। स्वार्थ के इस दौर में आज पशु सामाजिक हो गए हैं जबकि मानव आसामाजिक हो गया है। अपनी स्वार्थ की पूर्ति के लिए वह किसी भी हद तक जाकर एक दूसरे को कष्ट दे रहे हैं। राम धर्म पर चले तो पूजनीय बन गए हैं जबकि रावण अधर्म पर चला तो वह निंदा का पात्र बन गया।
विभिन्न संस्थाओं ने किया विदुषी स्वामी प्रज्ञा का सम्मान
तीन दिवसीय आध्यात्मिक प्रवचन का आयोजन समाजसेवी वरिष्ठ अधिवक्ता स्वर्गीय माधो प्रसाद तिवारी की पूर्ण स्मृति में उनके परिजनों एवं रामायण मंडल ट्रस्ट के सहयोग से आयोजित किए गए थे। प्रवचन के अंतिम दिवस जनपद पंचायत अध्यक्ष नीतू देवेंद्र सिंह रघुवंशी, सांसद प्रतिनिधि देवेंद्र यादव,गायत्री परिवार, अभिभाषक संघ, गिरिराज महिला मंडल सहित नगर की विभिन्न संस्थाओं ने स्वामी प्रज्ञा भारती का शाल श्रीफल से सम्मान किया। आयोजन के समापन अवसर पर डॉ एस एम तिवारी एवं रामायण मंडल ट्रस्ट की ओर से वरिष्ठ समाज सेवी कांति भाई शाह द्वारा आयोजन में दिए गए सहयोग के लिए सभी का आभार व्यक्त किया गया। तिवारी परिवार की ओर से आचार्य केशव शास्त्री का सम्मान किया गया।