कटनी पहुंचे डीआईजी अतुल सिंह, पत्रकारों से मिले, उचित कार्यवाही का दिया आश्वासन।
सीएसपी ख्याति मिश्रा और तहसीलदार शैलेन्द्र शर्मा विवाद पर बोले डीआईजी, मीडियाकर्मियों से बदसलूकी पर भी होगी कार्यवाही।
कटनी,ग्रामीण खबर mp:
कटनी जिले में पुलिस विभाग से जुड़ा एक संवेदनशील मामला इन दिनों सुर्खियों में है, जहां सीएसपी ख्याति मिश्रा और उनके पति तहसीलदार शैलेन्द्र बिहारी शर्मा के बीच चल रहा निजी विवाद अब सार्वजनिक बहस का विषय बन चुका है। शनिवार को दोनों पक्षों के बीच हुए घटनाक्रम के बाद यह मुद्दा और भी गरमाया, जिस पर जिलेभर में चर्चाएं तेज हो गईं। इस पूरे प्रकरण पर संज्ञान लेते हुए जबलपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अतुल सिंह दिनांक 2 जून 2025 को कटनी पहुंचे।
डीआईजी अतुल सिंह ने माधवनगर सर्किट हाउस में जिले के प्रमुख पत्रकारों से संवाद किया। उन्होंने घटनाक्रम की संपूर्ण जानकारी प्राप्त की और पत्रकारों द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब भी दिया। डीआईजी ने कहा कि सीएसपी और उनके पति के बीच जो भी पारिवारिक विवाद हुआ है, उसकी निष्पक्ष जांच की जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ उचित और सख्त कार्यवाही की जाएगी, चाहे वह कोई भी पक्ष हो।
मीडिया से बातचीत के दौरान डीआईजी ने यह भी बताया कि शनिवार को मीडिया प्रतिनिधियों के साथ जो व्यवहार किया गया, उसे भी गंभीरता से लिया जा रहा है। मीडियाकर्मियों के साथ कथित अभद्रता की घटना की जांच कराई जा रही है और इसमें संलिप्त पुलिसकर्मियों की पहचान की जा रही है। यदि उनकी भूमिका दोषपूर्ण पाई जाती है तो नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
पत्रकारों ने इस दौरान मांग की कि सीएसपी ख्याति मिश्रा के माता-पिता और उनके बच्चे के साथ हुई कथित मारपीट के मामले की भी निष्पक्ष जांच की जाए। इस पर डीआईजी ने भरोसा दिलाया कि जांच केवल सतही स्तर तक नहीं होगी, बल्कि घटना के हर पहलू को ध्यान में रखते हुए निष्पक्षता से की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी निर्दोष को सज़ा नहीं मिलेगी और कोई दोषी छूटेगा भी नहीं।
डीआईजी अतुल सिंह ने पत्रकारों की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि कटनी जैसे जिले में अक्सर उन्हें सही और सटीक जानकारी पत्रकारों के माध्यम से ही मिलती है। उन्होंने माना कि इस घटना से जिले की छवि प्रदेश स्तर पर प्रभावित हुई है और अब जरूरत है कि मामले की पारदर्शी जांच कर सही तस्वीर सामने लाई जाए।
उन्होंने पत्रकारों से आग्रह किया कि वे प्रशासन को जांच के लिए समय और सहयोग दें। उन्होंने कहा कि पत्रकारों के बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं, जो जांच का अहम हिस्सा होंगे। इसके आधार पर ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। डीआईजी ने दोहराया कि प्रशासन किसी भी प्रकार का पक्षपात नहीं करेगा और न्याय की पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से अंजाम दिया जाएगा।
उन्होंने अंत में यह भी कहा कि यदि किसी ने पद का दुरुपयोग किया है या अपनी जिम्मेदारी से भटका है, तो ऐसे किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। जांच पूरी होने के बाद समुचित कार्यवाही की जाएगी, जिससे जिले में कानून व्यवस्था और जन विश्वास दोनों कायम रह सके।