ओशो महानिर्वाण दिवस पर ध्यान, योग एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित।

 ओशो महानिर्वाण दिवस पर ध्यान, योग एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित।

लायंस क्लब विदिशा ने बेतवा नदी के पास आयोजित किया विशेष कार्यक्रम।

विदिशा:

ओशो महानिर्वाण दिवस के अवसर पर लायंस क्लब विदिशा द्वारा एक विशेष योग, ध्यान एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम ओशो प्रेमी सुनील जैन के कृषि फार्म, बेतवा नदी के पास संपन्न हुआ। 

कार्यक्रम की शुरुआत ओशो को पुष्पांजलि अर्पित कर एवं डायनामिक मेडिटेशन से की गई। लायंस क्लब के अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अखिल भारतीय स्वर्णकार महासभा लायन अरुण कुमार सोनी ने अपने संबोधन में कहा कि ओशो का जन्म असाधारण था। उन्होंने बताया कि ओशो अपने जन्म के बाद तीन दिन तक न रोए और न ही मां का दूध पिया। डॉक्टर ने इस घटना को असाधारण बताते हुए कहा कि ओशो एक अद्वितीय बालक थे। 

ओशो ने अपने पूर्व जन्म में अधूरी रही साधना को पूरा करने के लिए 750 वर्षों बाद पुनर्जन्म लिया। लायन अरुण कुमार सोनी ने कहा कि ओशो के व्यक्तित्व और उनके योगदान को जितना भी बताया जाए, उतना ही कम है। सन्यासी बालाराम आर्य ने कहा कि ओशो ने ध्यान की महत्ता को न केवल देश में बल्कि विश्व में भी प्रचारित किया। 

कार्यक्रम के दौरान ओशो प्रेमियों ने भजन-कीर्तन के माध्यम से उन्हें याद किया। इसके बाद योग एवं ध्यान की विभिन्न विधियों का अभ्यास कराया गया। दिनभर चलने वाले इस कार्यक्रम में स्वल्पाहार और भोजन की भी व्यवस्था की गई थी। 

अंत में स्वामी बलराम आर्य ने सभी का आभार व्यक्त किया और कहा कि ओशो की शिक्षाएं सदैव मार्गदर्शन करती रहेंगी। इस कार्यक्रम में सन्यासी स्वामी रामस्वरूप आर्य सहित कई ओशो प्रेमियों ने हिस्सा लिया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।  


रिपोर्ट:
 यशवंत सिंह रघुवंशी, ग्रामीण खबर एमपी से विदिशा जिला ब्यूरो

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